रेत माफिया के सामने बेबस प्रशासन, अवैध उत्खनन से अरपा नदी संकट में

बिलासपुर। जिले में रेत माफिया का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशासन के लगातार प्रयासों और कलेक्टर अवनीश शरण की सख्ती के बावजूद अरपा नदी और उसके आसपास के इलाकों में अवैध उत्खनन बेधड़क जारी है। हाईकोर्ट के निर्देश और प्रतिबंधों के बावजूद माफिया अपने काम को अंजाम दे रहे हैं, जिससे प्रशासन की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

हाल ही में जिला खनिज विभाग की टीम ने अवैध खनन और परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 6 वाहनों को जब्त किया। बावजूद इसके, लोधीपारा, कुदुदंड, दयालबंद, मंगला, कोनी, सेंदरी, लोफंदी और धुरीपारा जैसे क्षेत्रों में दिन-रात रेत की अवैध खुदाई जारी है।

कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई, फिर भी माफिया बेखौफ
अरपा नदी में अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए कलेक्टर ने सख्त निर्देश दिए थे। इसके तहत जिला खनिज अधिकारी के नेतृत्व में लगातार दूसरे दिन अभियान चलाया गया। लेकिन, इन प्रयासों के बावजूद माफिया के हौसले बुलंद हैं।

प्रशासन पर उठ रहे सवाल
अवैध खनन को लेकर प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रेत माफिया खुलेआम दिन और रात अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए हैं। स्थानीय माफिया किसके संरक्षण में काम कर रहे हैं, यह जांच का विषय है।

पर्यावरण को हो रहा भारी नुकसान
रेत माफिया की गतिविधियां न केवल प्रशासन की कार्यशैली को चुनौती दे रही हैं, बल्कि पर्यावरण और नदी के पारिस्थितिकी तंत्र पर भी गहरा असर डाल रही हैं। अवैध उत्खनन के चलते अरपा नदी का जलस्तर और उसकी जैव विविधता पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *