० मौत के डर से हिड़मा सहित बड़े नक्सली नेता बिलों में जा छुपे: मनीष
जगदलपुर। केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारों के आपसी समन्वय और सुरक्षा बलों की उत्कृष्ट रणनीति से छत्तीसगढ़ में नक्सली अंतिम सांसे गिन रहे हैं। जहां एक ओर नक्सली भाजपा सरकार की कार्रवाई से घबराए हुए हैं, तो वहीं दूसरी ओर निरंतर अपने साथियों के आत्मासमर्पण एवं मुठभेड़ में मारे जाने से खौफ के साए में जी रहे हैं। उक्त बातें जगदलपुर के भाजपा नेता एवं प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व सदस्य मनीष पारख ने कही हैं। मनीष पारख ने नक्सलियों पर तंज कसते हुए कहा कि सुरक्षा बलों द्वारा लगातार मुठभेड़ में बड़ी तादात में नक्सलियों को मार गिराने से नक्सली लीडर्स के पैरों तले जमीन खिसक चुकी है और नक्सल संगठन ज़मीदोज़ होने के कगार पर है। नक्सलियों का नेतृत्व करने वाले माड़वी हिड़मा जैसे शीर्ष नक्सली अब मिट्टी में मिलने की स्थिति में पहुंच चुके हैं। जिस हिड़मा को नक्सली अपना शेर मानते थे वही अब चूहे की तरह बिल में छिपा हुआ है। हिड़मा सहित पूरा नक्सल संगठन वर्तमान समय में सुरक्षा बलों के डर से जान बचाने के लिए भागते, छुपते फिर रहे हैं।हमारे सुरक्षा बलों के बहादुर जवान नक्सलियों के हर मंसूबो पर पानी फेर रहे हैं।
मनीष पारख ने कहा है कि दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी के सचिव गंगा ने प्रेस नोट जारी कर 29 नवंबर को सुकमा जिला बंद का आह्वान किया है, लेकिन नक्सलियों के यह बंद का यह आव्हान पूरी तरह से विफल साबित हुआ है। जो नक्सली खुद अपने आपको बिल में बंद कर चुके हैं अब उनके द्वारा बंद का आह्वान करना हास्यास्पद है। अब तो आलम यह हो रहा है कि उनके प्रेस नोट जारी करने के लिए प्रवक्ता नही बचे हैं।सुरक्षा बलों के जवानों ने जैसा हाल प्रवक्ता नीति, समता, अभय, विकल्प सहित अन्य तथाकथित प्रवक्ताओं का किया है अब वही हाल गंगा व अन्य बचे-खुचों का भी होगा।भाजपा नेता मनीष पारख ने आगे कहा है कि नक्सल संगठन अब बस्तर से समाप्ति की ओर है। सुरक्षा बलों की ताबड़तोड़ कार्रवाई और डबल इंजन वाली भाजपा सरकार में नक्सलियों पर दोहरे प्रहार से नक्सली संगठन नेस्तनाबूद हो रहा है। सुरक्षाबल के जवान अब तक 8.84 करोड़ के इनामी नक्सालियों के शव बरामद कर चुके हैं। सुरक्षा बलों के जवानों द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से यह तय हो गया है कि 2025 के अंत तक नक्सलियों का भी अंत हो जाएगा। मनीष पारख ने नक्सलियों के पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी द्वारा अभी हाल ही में लिखित रूप में जारी किए बयान का हवाला दिया है। जिसमें देशभर में मारे गए 253 नक्सलियों में 226 नक्सली बस्तर में सुरक्षा बलो के साथ हुई मुठभेड़ में ढ़ेर होने की बात कही गई थी।
विकास पथ पर बस्तर
भाजपा नेता मनीष पारख ने कहा है कि एंटी नक्सल मोर्चे पर तैनात पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों को डबल इंजन की भाजपा सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा की मजबूत इच्छाशक्ति का साथ मिला तो उन्होंने पूरे शौर्य और साहस के साथ नक्सलियों को घुटने टेकने और बस्तर छोड़ने पर मजबूर कर दिया है। डबल इंजन की भाजपा सरकार नक्सलियों के खात्मे के साथ-साथ बस्तर के विकास के लिए भी नियद नेल्लानार जैसी लगातार अनेक योजनाएं चला रही हैं। भाजपा सरकार बस्तर के वनांचल क्षेत्र में विकास का नया अध्याय लिख रही है। नक्सलवाद मुक्त बस्तर बनाने के साथ साथ आज बस्तर के युवा, महिलाएं, किसान, व्यापारी सहित हर वर्ग आत्मनिर्भरता के साथ बेहतरीन जीवन जी रहे हैं। बस्तर के सभी वर्गो के आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भाजपा सरकार कार्यरत है। भाजपा सरकार में आज बस्तर का हरा सोना तेंदूपत्ता खरीदी में रिकॉर्ड बन रहा है। सरकार की सभी जनकल्याणरी योजनाओं से बस्तरवासी जुड़ रहे हैं। भाजपा सरकार में सुरक्षा बल के जवानों में अद्वितीय तालमेल और समन्वय स्थापित हुआ है। सुरक्षा बल के जवानों के इसी अदम्य साहस और शौर्य को मनीष पारख ने सलाम किया है।
मुख्यधारा से जुड़ने की अपील
भाजपा नेता मनीष पारख ने मुख्यधारा से भटके हुए नक्सलियों को हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण करते हुए समाज और विकास की मुख्यधारा से जुड़ने की अपील की है। मनीष पारख ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय व उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में बनाई गई पुनर्वास नीति का लाभ लेकर जीवन को सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने इस बात पर भी खुशी जताई है कि भाजपा सरकार आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सली हिंसा के शिकार हुए ग्रामीणों को पक्के मकान बनाकर देने जा रही है।