रायपुर। छत्तीसगढ़ में CGPSC-2024 में आबकारी उपनिरीक्षक के 90 पदों को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार शराब बेचने के मामले में रिकॉर्ड बनाना चाहती है और इसी कारण आबकारी विभाग में सबसे ज्यादा पद निकाले गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शराब को मुख्य धंधा बना रही है और यह राज्य की सामाजिक नीति के खिलाफ है।
अमरजीत भगत ने सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि जब जिलों में डीसी और तहसीलदारों की जरूरत है, तब सरकार ने शराब बेचने के लिए 90 पदों की घोषणा की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार एक तरफ रामराज्य की बात करती है और दूसरी तरफ शराब बेचने का काम कर रही है।
मंत्री केदार कश्यप ने भगत के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस ने प्रतियोगिता परीक्षाओं को सिर्फ अपने मनपसंद लोगों की भर्ती के लिए इस्तेमाल किया था। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कार्यकाल में कई विभागों में नियुक्तियां की गई थीं। मंत्री कश्यप ने यह भी कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने कई विभागों में भर्ती की थी और इसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
केदार कश्यप ने सरकार की नीति का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदेश में सभी अवैध कार्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी, जिसमें धर्म परिवर्तन को लेकर चिंता जताई गई थी, को वे सही मानते हैं।