कोरबा। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। अजगरबहार स्थित स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की अनुपस्थिति के चलते एक पहाड़ी कोरवा महिला के नवजात की मौत हो गई।
क्या है घटना?
जानकारी के अनुसार, पहाड़ी कोरवा महिला सोमवार रात प्रसव के लिए अजगरबहार स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। वहां डॉक्टर नहीं थे, जिसके चलते स्टाफ नर्स ने उसे जिला मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। 102 महतारी एक्सप्रेस के ड्राइवर ने रास्ते में महिला का प्रसव कराया। नवजात को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन कुछ घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
परिजनों के आरोप
परिजनों का कहना है कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन और ईएमटी (आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन) की सुविधा नहीं थी। इसकी वजह से नवजात की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
जिम्मेदारों का पक्ष
- 102 महतारी एक्सप्रेस के प्रभारी रवि सिंह ने कहा कि वाहन में शासन द्वारा ऑक्सीजन और ईएमटी की सुविधा नहीं दी गई है।
- बीएमओ डॉक्टर राज ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर और एक स्टाफ नर्स नियुक्त हैं, जो दिन में 10 से शाम 5 बजे तक उपलब्ध रहते हैं। गंभीर मामलों को जिला मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है।
प्रशासन की चुप्पी
जब इस मामले में कलेक्टर अजीत वसंत से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
बढ़ते सवाल
कोरबा जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति लगातार सवालों के घेरे में है। हाल ही में हुई कई घटनाओं में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही के कारण कई जानें गई हैं। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को देखते हुए प्रशासन को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने की जरूरत है। डॉक्टरों की नियुक्ति, एंबुलेंस में बुनियादी सुविधाएं और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा बढ़ाने के प्रयास किए जाने चाहिए।