0 कोसमी भेजरीपदर के सचिव खगेश्वर कश्यप पर जनपद सीईओ मेहरबान
(अर्जुन झा) बकावंड। जनपद पंचायत बकावंड की ग्राम पंचायतों में सरकारी धन हड़पने के लिए तरह तरह के रास्ते निकाल लिए गए हैं। किसी और पंचायत के बिल दूसरी पंचायत में लगाकर राशि निकाल ली जा रही है। नीति आयोग और मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना की राशि की जमकर हेराफेरी चल रही है। ऐसा ही एक बड़ा मामला ग्राम पंचायत लावगांव में सामने आया है। इस पंचायत में कार्य हुआ नहीं है और दूसरी पंचायत में कराए गए काम का भुगतान इस पंचायत से हुआ है।
लावगांव ग्राम पंचायत में मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना के तहत किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र का रंग रोगन नहीं कराया गया है, मगर रंग रोगन में प्रयुक्त सामग्री क्रय की राशि 3 लाख 42 हजार रुपए का भुगतान कोरटा गांव की फर्म जेके एसओआईएस कंस्ट्रक्शन एंड जनरल आर्डर सप्लायर को करना बताकर राशि हजम कर ली गई है।सूत्र बताते हैं कि यह फर्म कोसमी भेजरीपदर ग्राम पंचायत में पदस्थ सचिव खगेश्वर कश्यप की है। सचिव खगेश्वर का निवास गृह कोरटा गांव में है और स्वयं खगेश्वर कश्यप उनके परिजन यह फर्म चलाते हैं। सूत्रों का दावा है कि सचिव खगेश्वर कश्यप और जनपद पंचायत सीईओ एसएस मंडावी के बीच अच्छी ट्यूनिंग है। जनपद की सभी ग्राम पंचायतों को कह दिया गया है कि काम इसी फर्म के माध्यम से कराना है। इसके बदले सीईओ को मोटा कमीशन मिलता है। सीईओ ने सभी ग्राम पंचायतों के कार्य इसी फर्म को दिलवा रखे हैं। इस तरह बिना काम कराए ही जनपद सीईओ, सरपंच, पंचायत सचिव और खगेश्वर कश्यप सरकारी धन को लूटने में लगे हुए हैं। मामले की बारीकी से जांच कराई गई तो भ्रष्टाचार का बड़ा मामला उजागर होगा। जनपद सीईओ पंचायत सचिव खगेश्वर कश्यप पर विशेष रूप से मेहरबान हैं। जो सरपंच खगेश्वर कश्यप से काम नहीं कराना चाहते, उन्हें तरह तरह के हठकंडे अपनाकर परेशान किया जाता है।