जगदलपुर। बस्तर संभाग में नक्सलियों के आत्मसमर्पण का सिलसिला लगातार जारी है। संभाग के सुकमा जिले में फिर सात नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। सुकमा जिले में लाखों के इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है।आत्मसमर्पण करने वालों में एक ऐसा दंपति भी शामिल है, जिस पर पांच- पांच लाख का इनाम घोषित है।कुल 24 लाख के 6 इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सीआरपीएफ डीआईजी आंनद सिंह व एसपी किरण चव्हाण के समक्ष किया इन नक्सलियों ने सरेंडर किया है। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति व नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर नक्सली लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं। एक अन्य मामले में नक्सल संगठन में सक्रिय 1 लाख की ईनामी महिला नक्सली के द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है। छत्तीसगढ़ शासन की नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है।महिला नक्सली को आत्मससमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 212वीं वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा के कार्मिकों की विशेष भूमिका रही।महिला नक्सली करतम सुक्की पति बंडी केएएमएस अध्यक्ष साकलेर आरपीसी, 1 लाख ईनामी उम्र लगभग 26 वर्ष जाति मुरिया निवासी ग्राम साकलेर कोयाबुंडा थाना किस्टाराम द्वारा नक्सल संगठन छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के उद्देश्य से 24 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में गजेंद्र बहादुर सिंह द्वितीय कमान अधिकारी 212वीं वाहिनी सीआरपीएफ एवं निरीक्षक अविलाष टंडन प्रभारी डीआरजी जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। इस महिला नक्सली को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदान कराई जाएंगी।