प्रसिद्ध शिव भजन गायक हंसराज रघुवंशी के शिव स्त्रोतम के दौरान प्रशिक्षु डीएसपी का तांडव नृत्य!

0 पत्रकारों को उनके परिवार के सामने बेइज्जत करते रहे पुलिस अधिकारी 
0 डीएसपी ने कहा -मेरी शिकायत कलेक्टर-एसपी से कर दो, कुछ नहीं बिगड़ेगा 
(अर्जुन झा)जगदलपुर। शहर के लालबाग मैदान पर आयोजित सरस मेला में गुरूवार की शाम प्रसिद्ध शिव भजन गायक हंसराज रघुवंशी की भजन संध्या के दौरान एक प्रशिक्षु डीएसपी ने गजब तांडव नृत्य किया।डीएसपी ने पत्रकारों को उनके बीबी बच्चों के सामने खूब जलील किया। यहां तक कह दिया कि जाओ कर दो कलेक्टर एसपी से शिकायत, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
मेरा भोला है भंडारी भजन गाकर प्रसिद्ध हुए हंसराज रघुवंशी के कार्यक्रम का लुत्फ उठाने पहुंचे आमजन के साथ-साथ मीडिया कर्मियों को भी खाकी वर्दी की रौब का सामना करना पड़ा। कार्यक्रम स्थल के मुख्य प्रवेश द्वारा पर तैनात प्रशिक्षु डीएसपी कई मीडिया कर्मियों से उलझते रहे और उन्होंने कहा कि सरस मेला में मीडिया को करवरेज का अनुमति है, उनके परिवार को आने की नहीं। मुख्य द्वार पर पुलिस जवान भी लोगों से उलझते नजर आए। ज्ञात हो कि दो दिन पूर्व बस्तर कलेक्टर हरिस. एस द्वारा पत्रकार वार्ता ली गई थी। इस दौरान कलेक्टर ने सभी मीडिया कर्मियों से सपरिवार सरस मेला में पहुंचने की अपील की थी। गुरूवार को आयोजित भजन संध्या का लुत्फ उठाने मीडिया कर्मी अपने परिवार के साथ पहुंचे थे जिनके साथ प्रवेश द्वार पर दौरान खाकी वर्दी वाले उलझते रहे। पत्रकारों को बड़ी जद्दोजहद के बाद सरस मेला में प्रवेश मिल पाया। मीडिया कर्मी ही नहीं आम जनता से भी पुलिस की कई बार नोकझोक हुई।

कलेक्टर, एसपी से कर दो शिकायत
भजन संध्या में प्रवेश के लिए मीडिया कर्मी एवं वीआईपी लोगों के लिए अलग प्रवेश द्वार बनाया गया था। इस द्वार से जब मीडिया साथी पहुंच रहे थे, तो वहां तैनात प्रशिक्षु डीएसपी मीडिया कर्मियों को प्रवेश करने से रोकते रहे। इसे लेकर कई बार विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई। डीएसपी साहब का तांडव नृत्य यहीं नहीं थमा, उन्होंने तो अपनी वर्दी का रौब झाड़ते हुए यहां कह दिया कि मीडिया को कवरेज की अनुमति है उनके परिवार वालों को नहीं। जाओ मेरी शिकायत कलेक्टर, एसपी से करना है तो कर दो, मैं सबसे निपट लूंगा। मीडिया कर्मियों से हुए विवाद को एसपी के भी संज्ञान में लाया गया है। एसपी ने कहा कि प्रशिक्षु डीएसपी पत्रकारों को पहचान नहीं पाए, भीड़ के दबाव में ऐसा हुआ होगा। आइंदा पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके बाद मामले का पटाक्षेप हो गया।
प्रशासन की लापरवाही
बस्तर दशहरा शुरू होने के शुरूआती दिनों में बस्तर सांसद और कलेक्टर की संयुक्त पत्रकार वार्ता आयोजित थी। जिसमें पत्रकारों द्वारा पास जारी करने की मांग रखी गई थी, जिस पर प्रशासन ने व्यवस्था कराने की बात कही थी। पत्रकार वार्ता में मीडिया के सुझाव पर गंभीरता दिखाई जाती तो पुलिस और मीडिया के बीच विवाद के हालात नहीं बनते।प्रशासनिक अव्यवस्था ही मीडिया और पुलिस के बीच टकराव का कारण बनी।

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