छत्तीसगढ़ पुलिस की लापरवाही से लोहारीडीह की घटना हुई – बैज

0 गृह मंत्री तत्काल इस्तीफा दे, वे इस्तीफा नहीं देते है तो मुख्यमंत्री उनको बर्खास्त करे

रायपुर। राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने लोहारीडीह मामले, हसदेव जंगल कटाई तथा भाजपा नेता की नोटों के साथ रील पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की पुलिस ने लोहारीडीह के शिवप्रसाद उर्फ कचरू साहू की हत्या के मामले में चार लोगों की गिरफ्तार किया है। मध्यप्रदेश पुलिस ने यह माना कि कचरू साहू की हत्या हुई थी। इस मामले में मध्यप्रदेश की पुलिस की कार्यवाही से साफ हो गया कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती थी, उसने हत्या को आत्महत्या बताने का षड़यंत्र रचा था जिसके परिणाम स्परूप लोहारीडीह में जन आक्रोश भड़का और रघुनाथ साहू को उसके घर में जिंदा जला कर मार डाला गया। रघुनाथ साहू की हत्या के बाद पुलिस की कार्यवाही और पुलिस की कस्टडी में तथा पुलिस की मारपीट से प्रशांत साहू की मौत हो गयी। इस प्रकार छत्तीसगढ़ पुलिस की लापरवाही से लोहारीडीह में तीन लोगों की जान गयी। लोहारीडीह में हुई मॉब लीचिंग की घटना के लिये गृहमंत्री एवं पुलिस के अधिकारी, कर्मचारी जिम्मेदार है। पुलिस प्रशासन ने लोहारीडीह दी की घटना में अपनी नाकामी पर पर्दा करने के लिए गांव के 167 सहित अन्य लोगों को अपराधी बनाया है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है।
पहले भी कहा था ये आत्महत्या नहीं हत्या थी, यह मध्य प्रदेश पुलिस ने साबित किया। गृह मंत्री और छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले को क्यों दबाया? लोहारडीह में हुई तीनों मौत रुक सकती थी, इसके जिम्मेदार गृह मंत्री है। आखिर पोस्टमार्टम रिपोर्ट कैसे बदला गया, इसका जिम्मेदार कौन है? सरकार की कई नाकामियों को दबाने प्रशासन में विभाग को दांव पर लगा दिया। सरकार बताये इस मामले पर लीपापोती क्यों की गई? इसके इशारे पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदली गई? दो परिवार को बर्बाद करने का जिम्मेदार कौन? मध्य प्रदेश की पुलिस छत्तीसगढ़ जाकर आरोपियों को ले जाती है लेकिन यहां की पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश करती है।
मध्यप्रदेश पुलिस के कार्यवाही के उपरांत स्पष्ट हो गया है कि कवर्धा जिला के पुलिस के उच्च अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया के कारण लोहारीडीह की घटना हुई है। रघुनाथ साहू की हत्या पुलिस के अधिकारियों के सामने हुई है। पुलिस कस्टडी में प्रशांत साहू की पिटाई से मौत हुई। राज्य सरकार पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ और जिम्मेदार पुलिस कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाये। पुलिस ने ठीक से विवेचना किये बगैर सिर्फ एक व्यक्ति विनोद साहू,S/o रघुनाथ साहू के बयान के आधार पर 167 लोगों को जेल में डाल दिया। पूरे गांव का बयान लेना था, उसके बाद कार्यवाही होना था। कांग्रेस पार्टी मांग करती है गृह मंत्री तत्काल इस्तीफा दे। वे इस्तीफा नहीं देते है तो मुख्यमंत्री उनको बर्खास्त करे। लोहारीडीह की घटना की न्यायिक जांच की जाए। जेल में बंद निर्दोष लोगों को रिहा किया जाए। पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

सरकार के इशारे पर हसदेव में जंगल काटा जा रहा

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने हसदेव में जंगल कटाई तथा आदिवासियों पर लाठीचार्ज मामले में कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी प्रताड़ित है। भाजपा सरकार बनने के बाद सरकार की सांठगांठ से हसदेव में जंगल की कटाई का काम लगातार जारी है। जनभावनाओं के अनुरूप पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने हसदेव में कटाई पर रोक लगाया था तथा इस संबंध में आवंटित खदान को निरस्त करने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा था। हसदेव में जंगल कटाई का विरोध कर रहे ग्रामीणों, आदिवासियों पर सरकार के इशारे पर हमला किया गया। लाठीचार्ज किया गया। इस पूरे प्रकरण में बड़ी संख्या में आदिवासी और स्थानीय ग्रामीण घायल हुये है। कांग्रेस इस हमले की कड़ी निंदा करती है। मुख्यमंत्री कहते है हसदेव में कटाई नहीं हो रही है। वे कौन लोग है जो जंगल काट रहे है। मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि हसदेव के वन की कटाई किसके इशारे पर हो रही? किसको फायदा पहुंचाने सरकार जनभावनाओं के खिलाफ कटाई करवा रही है? पुलिस जंगल काटने वालों को संरक्षण क्यों दे रही है? हसदेव जंगल कटाई मामले में सरकार श्वेत पत्र जारी करे। आदिवासियों पर, ग्रामीणों पर हमला करने वाले तथा लाठीचार्ज करने वालो पर कड़ी कार्यवाही की जाये।

बेरोजगार भाजपा नेता आकाश सोलंकी के पास लाखों रुपए आया कहां से इसकी जांच की जाये?

भाजपा नेता की नोटो के साथ रील पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रदेश में कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार का काला खेल तेजी से बढ़ा है। भाजपा के बड़े नेता से लेकर मंडल स्तर तक के नेता अवैध उगाही में लगे हुए हैं। भानुप्रतापपुर के मंडल अध्यक्ष बेरोजगार आकाश सोलंकी अपनी कार में लाखों रुपए की नोट की गड्डी रखकर रील बनाते हैं। यह सरकार का भ्रष्टाचार का नमूना है। आखिर बेरोजगार युवक के पास इतना पैसा आया कहां से राज्य सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए और आयकर विभाग भी संज्ञान में ले। जबकि आम नागरिक अपने साथ 2 लाख रु. से अधिक की नगद राशि रखकर यात्रा नहीं कर सकते हैं। ऐसे में क्या भाजपा नेताओं को लाखों रुपए रखकर सफर करने की विशेष छूट दी गई है? मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कहते हैं कि उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए फेक वीडियो बनाया गया है जबकि भाजपा नेता आकाश सोलंकी स्वीकार कर रहे हैं कि नोटों के साथ रील उन्होंने बनाया है। ऐसे में यह बहुत आवश्यक हो गया है कि इतनी बड़ी रकम लेकर भाजपा के नेता किसको देने जा रहे थे? या किसी से अवैध वसूली कर आ रहे थे? यह बहुत ही गंभीर मामला है कि बेरोजगार युवा के पास इतनी बड़ी रकम कहां से आयी? पत्रकार वार्ता में पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू, वरिष्ठ नेता राजेंद्र तिवारी, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, महापौर एजाज ढेबर, कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, नितिन भंसाली, प्रवक्ता वंदना राजपूत, सत्यप्रकाश सिंह, अजय गंगवानी, तुकाराम चंद्रवंशी, केशव चंद्राकर, सारिक रईस खान उपस्थित थे।

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