0 मुख्यमंत्री वीडियो को फेक बता रहे हैं और आकाश सोलंकी स्वीकार कर रहे हैं कि नोटों के साथ रील बनाया है
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार में प्रदेश में कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार का काला खेल तेजी से बढ़ा है। भाजपा के बड़े नेता से लेकर मंडल स्तर तक के नेता अवैध उगाही में लगे हुए हैं। भानुप्रतापपुर के मंडल अध्यक्ष बेरोजगार आकाश सोलंकी अपनी कार में लाखों रुपए की नोट की गड्डी रखकर रील बनाते हैं। आखिर बेरोजगार युवक के पास इतना पैसा आया कहां से राज्य सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए और आयकर विभाग भी संज्ञान में ले। जबकि आम नागरिक अपने साथ 2 लाख रु से अधिक की नगद राशि रखकर यात्रा नहीं कर सकते हैं। ऐसे में क्या भाजपा नेताओं को लाखों रुपए रखकर सफर करने की विशेष छूट दी गई है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद हंसो को दाना नहीं और कौआ मोती खा रहे वाली कहावत चरितार्थ हो रहा है। बेरोजगारो को न रोजगार मिल रहा है, न बेरोजगारी भत्ता और भाजपा के बेरोजगार नेता लाखों रूपये की नोटो की गड्डी लेकर रील बना रहे है। मुछों में ताव देकर प्रदेश के बेरोजगार युवा को चिढ़ा रहे।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कहते हैं कि उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए फेक वीडियो बनाया गया है जबकि भाजपा नेता आकाश सोलंकी स्वीकार कर रहे हैं कि नोटों के साथ रील उन्होंने बनाया है। ऐसे में यह बहुत आवश्यक हो गया है कि इतनी बड़ी रकम लेकर भाजपा के नेता किसको देने जा रहे थे? या किसी से अवैध वसूली कर आ रहे थे? यह बहुत ही गंभीर मामला है कि बेरोजगार युवा के पास इतनी बड़ी रकम कहां से आयी?
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद सरकारी ठेका ट्रांसफर, नियुक्ति और काम दिलाने के लिए भारी लेनदेन किया जा रहा है। अभी तहसीलदार के ट्रांसफरों के लिए करोड़ों रुपए की लेनदेन की बात सामने आई थी। इसके पहले भाजपा के कई जिला अध्यक्ष, कई नेता अपने प्रिय लोगों को सरकारी काम दिलाने के लिए पत्र लिखते रहे हैं। भाजपा सरकार में अवैध रेत खनन, गांजा तस्करी, शराब तस्करी, इमरती लकड़ियों की तस्करी, सहित अवैध कार्य जोरों पर चल रहा। क्या आकाश सोलंकी के द्वारा ले जाया जा रहा पैसा भी यही से वसूली किया गया है? वैसे भी भानुप्रतापपुर जिला अतिसंवेदनशील जिला है, यहां नक्सली गतिविधियां बढ़ी है, कही यह रकम उन नक्सलियों को देने के लिए तो नही ले जाया जा रहा था? राज्य सरकार को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए।