0 उड़ीसा बार्डर के पास पेंगोलिन के साथ धराए उड़ीसा के आरोपी
(अर्जुन झा)बकावंड। वनमंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर वन विभाग एक्टिव मोड में आ गया है। लकड़ी तस्करी के साथ ही वन्य प्राणियों की तस्करी पर भी प्रभावी कार्रवाई की जाने लगी है। इसी कड़ी में संरक्षित वन्य प्राणी पेंगोलिन की तस्करी करते अंतर राज्यीय गिरोह को पकड़ा गया है। गिरोह से एक पेंगोलिन बरामद किया गया है।
वन मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर छग वन बल प्रमुख एवं प्रधान मुख्य वन सरंक्षक श्रीनिवास राव एवं मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर आरसी दुग्गा के मार्गदर्शन में बस्तर वन मंडल के वन मंडलाधिकारी उत्तम कुमार गुप्ता के निर्देशन में मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर उप वन मंडलाधिकारी बस्तर, परिक्षेत्र अधिकारी करपावंड सौरभ रजक एवं अन्य वन अधिकारियों की टीम ने करपावंड कोलावल मार्ग पर घेराबंदी कर 2 मोटर सायकल से जूट के थैले में लेकर एक जीवित वन्य जीव पेंगोलिन को लेकर जा रहे चार आरोपियों को पकड़ा। यह चारों व्यक्ति वन्य जीव को बेचने के फिराक में उड़ीसा से छग आकर ग्राहक तलाश कर रहे थे। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा उक्त वन्य प्राणी को सुरक्षित अपने कब्जे में लेकर चारों आरोपियों को उनके मोटर सायकल हीर डीलक्स ओडी 10 टी 3001 और हौंडा शाइन एसपी एपी 31 ईएम 7882 के साथ करपावंड वन परिक्षेत्र कार्यालय लाया गया एवं भारतीय वन अधिनियम 1927 तथा वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत वन अपराध दर्ज कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की गई। इस कार्यवाही में देवलाल दुग्गा, उप वन मंडलाधिकारी जगदलपुर, योगेश कुमार रात्रे, उप वन मंडलाधिकारी चित्रकोट, सूर्यप्रकश ध्रुव वन परिक्षेत्र अधिकारी माचकोट, प्रकाश ठाकुर वन परिक्षेत्र अधिकारी चित्रकोट, देवेंद्र वर्मा वन परिक्षेत्र अधिकारी जगदलपुर, जयराज पात्र वनरक्षक, श्रीधर स्नेही सीएफओ जगदलपुर एवं वन परिक्षेत्र करपावंड के बनसिंह कर्मा उप वन क्षेत्रपाल, सुखपाल यादव वनपाल, कलमू देवा वनरक्षक, तुलेश बघेल वनरक्षक, मंगल कश्यप वनरक्षक, रघुनाथ नाग वनरक्षक, सोनाधर मौर्य वनपाल, कमलोचन बघेल वनपाल का योगदान सराहनीय रहा।
गठित की है रेस्क्यू टीम
संकटग्रस्त वन्यप्राणियों के बचाव एवं सुरक्षा हेतु जगदलपुर वन वृत्त स्तरीय रेपिड रेस्क्यू टीम का गठन किया गया है। जो वन्य प्राणियों के बचाव हेतु लगातार सूचना तंत्र स्थापित कर वन्यप्राणियों की तस्करी पर लगाम लगाने का प्रयास कर रही है।
-आरसी दुग्गा,
मुख्य वन संरक्षक वृत्त जगदलपुर
वर्सन
शेड्यूल-1 में है पेंगोलिन वन्य प्राणी पेंगोलिन वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत शेड्यूल्ड-1 में दर्ज है। जिसको मारना एवं उसकी खरीद फरोख्त करना अपराध है।
-उत्तम कुमार गुप्ता,
डीएफओ, बस्तर