0 डीकेएसजेसी टॉप कमांडर रूपेश और डीवीसीएम नक्सली जगदीश मारे गए
0 मृत महिला नक्सली की पहचान कोशिश जारी
(अर्जुन झा) जगदलपुर। बस्तर संभाग के अबूझमाड़ क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षा बलों ने टॉप नक्सली कमांडर रुपेश और शीर्ष नक्सली लीडर जगदीश को मार गिराया है। एक महिला नक्सली के शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। मुठभेड़ के बाद तीनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं मुठभेड़ स्थल से एके-47, इंसास, एसएलआर जैसे घातक आधुनिक हथियार मिले हैं। माना जा रहा है कि इस मुठभेड़ में कुछ और नक्सली मारे गए हैं तथा कई घायल हुए हैं, जिन्हें नक्सली अपने साथ ले गए हैं। बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में 23 सितंबर की शाम 4 बजे से फोर्स और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही थी। आज 24 सितंबर को मुठभेड़ के बाद चलाए गए सर्च अभियान में अब तक 1 नग एके 47, 1 नग इंसास, 1 नग एसएलआर तथा 1 नग 12 बोर बंदूक बरामद हुई है। नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया गया कि अबूझमाड़ क्षेत्र में माओवादियो की उपस्थिति की सूचना के बाद सर्चिंग अभियान पर पुलिस और सुरक्षा बलों की एक संयुक्त पार्टी गई थी। उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर केएल ध्रुव ने बताया कि सर्चिंग के दौरान दिनांक 23 सितंबर की शाम 4 बजे से लगातार पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच कई बार मुठभेड़ हुई। सर्च अभियान में अब तक दो पुरुष और एक महिला नक्सली के शव बरामद हुए हैं। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी. के मुताबिक मारे गए नक्सलियों में डीकेएसजेसी रैंक का शीर्ष नक्सली रूपेश भी शामिल है। रुपेश डीकेएसजेड के पश्चिमी सब जोन का शीर्ष नक्सली है। उसका कार्यक्षेत्र मुख्यतः महाराष्ट्र के गड़चिरोली जिला है। वह इसी क्षेत्र में सक्रिय कंपनी नंबर 10 का प्रभारी भी था। रूपेश पर 25 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। मारे गए दूसरे पुरुष नक्सली की पहचान जगदीश निवासी जिला बालाघाट मध्यप्रदेश के रूप में हुई है। जगदीश डीवीसीएम रैंक का नक्सली था। उस पर 16 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। मुठभेड़ में मारा गई तीसरी मृत महिला नक्सली की पहचान के लिए कोशिशें जारी हैं।पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में 1 नग एके 47, 1 नग इंसास, 1 नग एसएलआर तथा 1 नग 12 बोर की बंदूक बरामद हुई है। इसके अलावा भारी मात्रा में दैनिक इस्तेमाल के समान और एक्सप्लोसिव भी मिले हैं। सर्च अभियान अभी भी जारी है। l
इस साल 157 शव बरामद
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी. ने बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय जिला पुलिस बल, डीआरजी तथा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा आपसी बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में बस्तर संभाग में जारी रनक्सल विरोधी अभियान के दौरान अब तक कुल 157 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं, 663 गिरफ्तार किए गए हैं एवं 656 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया है।