० साईकिलों से ढोई जा रही हैं चिरान लकड़ियां
(अर्जुन झा)बकावंड। तुंगापाल दौड़ाकोर्ट क्षेत्र में साल के पेड़ों की कटाई अंधाधुध हो रही है। इसके बाद भी राजस्व और वन विभाग के अधिकारी मौन हैं। इन दिनों साल पेड़ों के तस्कर सक्रिय हैं। इमारती लकड़ी और फर्नीचर के लिए साल के पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। विभाग के अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं।
बकावंड क्षेत्र में साल के पेड़ों की कटाई अंधाधुध हो रही है, इसके बाद भी राजस्व और वन विभाग के अधिकारी मौन हैं। इन दिनों क्षेत्र में तस्कर सक्रिय हैं। इमारती लकड़ी की कटाई कर लोग लकड़ियों को तुंगापाल दक्षपाल मार्ग से साइकिलों पऱ लाद कर लाते हैं। यहां आधा दर्जन से अधिक पेड़ों की कटाई की गई है, सागौन के भी कुछ पेड़ काट दिए गए हैं, लेकिन राजस्व और वन विभाग के अधिकारी अब तक हरकत में नहीं आए हैं। मौके पर सागौन के कटे पेड़ अभी तक पड़े हैं। नियम के अनुसार वन विभाग की टीम को पेड़ों की कटाई की जानकारी मिलने पर पीओआर दर्ज करना होता है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। इसका फायदा तस्कर उठाते हैं। बकावंड क्षेत्र के धवड़ाकोट बीट में सागौन के पेड़ों की कटाई की गई है। जबकि राजस्व और वन विभाग के अधिकारी ऐसी किसी जानकारी से इनकार करते हैं। हालांकि मौके पर पहुंचकर जांच करने की बात भी कही जा रही है। सागौन लकड़ी की अवैध कटाई का यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कई बार पेड़ों की कटाई के मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी बेशकीमती सागौन पेड़ों की सुरक्षा को लेकर गंभीर दिखाई नही दे रहे हैं। इससे तस्करों के हौसले बुलंद हैं।
वर्सन
करेंगे मौका मुआयना
बीट गार्ड को भेजकर मौके का निरीक्षण करवाएंगे। जांच के बाद पेड़ काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी
बलदेव दास -मानिकपुरी,
रेंजर, बकावंड