0 पहली बारिश में ही ध्वस्त हो गई करोड़ों की सड़क
0 नई नवेली कटेकल्याण- दरभा सड़क दरक गई
(अर्जुन झा)जगदलपुर। बस्तर जैसे अति संवेदनशील इलाके में लोक निर्माण विभाग पुलिस और सुरक्षा बलों की जान से सरेआम खिलवाड़ कर रहा है। बस्तर जहां कदम कदम पर लैंड माइन बिछी रहती है, वहां यह विभाग निहायत ही हल्के दर्जे की सड़क बनवाकर हमारे सुरक्षा जवानों की जान को दांव पर लगा रहा है। इसका एक उदाहरण हालिया बनाई गई दरभा -कटेकल्याण सड़क है, जो अपने निर्माण के बाद पहली बारिश भी नहीं झेल पाई और ध्वस्त हो गई। मामदपाल के पास सड़क धसकी है। इसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकारी निर्माण कार्यों में किस कदर अनियमितता और लापरवाही बरती जाती है। हालांकि विभाग के अधिकारी दलील दे रहे हैं कि इस सड़क के रख रखाव की जिम्मेदारी अभी ठेकेदार पर ही है और ठेकेदार को मरम्मत के लिए कहा गया है। वहीं दूसरी ओर सड़क का इस तरह दरक जाना इसलिए भी चिंता का विषय है कि हमारे सुरक्षा जवान इन्हीं अंदरूनी सड़कों से होकर नक्सलियों से दो दो हाथ करने जाते हैं। ऐसे में उनके साथ कोई हादसा हो जाए, तो जिम्मेदार कौन होगा?
कई करोड़ रुपए खर्च करने के बाद ऐसा घटिया निर्माण कराया गया है कि सड़क बरसात की भी मार नहीं झेल पाई। यह सड़क लोक निर्माण विभाग जगदलपुर बस्तर के डिवीजन-2 के अंतर्गत आती है। इस सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग के एसडीओ तोमर और सब इंजीनियर मेश्राम की देखरेख में बचेली के फर्म पीएसए कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया गया है। सड़क निर्माण में बरती गई अनियमितता का ही नतीजा है कि मादमपाल के पास सड़क का एक बड़ा भाग ध्वस्त होकर धरती में समा गया है। इस जगह पर पुलिया भी बनाया गया है, जिसमें सीमेंट के पाईप डाले गए हैं। सड़क उखड़ने से सभी पाईप बाहर आ गए हैं। पुलिया बनाने के दौरान मिट्टी, गिट्टी और मुरुम का भराव नहीं किया गया और उसे ढंग से दबाया भी नहीं गया था। इसके कारण सड़क किनारे की मिट्टी का कटाव बारिश में हो गया और सड़क के एक किनारे का चौथाई भाग ध्वस्त हो गया। यह सड़क बस्तर जिले के अति संवेदनशील दरभा ब्लॉक व कटे कल्याण को धुर नक्सल प्रभावित जंगलों से होती हुए दंतेवाड़ा जिले से जोड़ती है। दंतेवाड़ा जिला भी नक्सली गतिविधियों के मामले में अति संवेदनशील है। सड़क के आसपास के गांवों के ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार और लोक निर्माण विभाग बस्तर के अधिकारियों ने सड़क निर्माण में जमकर अनियमितता बरती है। पूरी सड़क पर गिट्टी मुरुम, बोल्डर आदि का समुचित भराव किए बिना एवं उन्हें सही ढंग से दबाए बिना पक्की सड़क बनाई गई है। इसीलिए सड़क तेजी से खराब हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस और विभिन्न सुरक्षा बलों के जवानों से भरे वाहन नक्सल विरोधी अभियान के लिए इस सड़क से गुजरकर जंगलों में जाते हैं। ऐसे में अगर उनके वाहनों के साथ कोई हादसा हो गया, तो लोक निर्माण विभाग को ही इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा।
सुरक्षा जवानों की फिक्र नहीं
विदित हो कि यह महत्वपूर्ण सड़क दराभा होकर कटेकल्याण से दंतेवाड़ा जाती है जो धुर नक्सल प्रभावित इलाका है। आएदिन इस इलाके में नक्सली वारदातें होती रहती हैं। पुलिस, सीआरपीएफ, बस्तर फाइटर, डीआरजी, कोबरा बटालियन, एसएसबी आदि सुरक्षा बलों के जवानों के वाहन इसी मार्ग से होकर जंगलों में घुसते हैं और नक्सलियों से मुकाबला करते हैं। इस इलाके में लैंड माइन विस्फोटों से बचने के लिए ही सरकार ने पक्की सड़कें बनवाने का कार्य शुरू कराया है। ऐसे में अगर यही सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती हैं, तो हमारे जवानों की जान दांव पर लगेगी ही।
वर्सन
जल्द होगी मरम्मत
सड़क का निर्माण पीएसए कंस्ट्रक्सन बचेली ने किया है। ठेका एजेंसी पत्र लिखकर मेंटेनेंस करने कहा गया है। हमारे डिवीजन के एसडीओ श्री तोमर ने भी ठेका कंपनी से चर्चा कर जल्द मरम्मत कराने को कहा है। सड़क जल्द ही दुरुस्त कर दी जाएगी।
-श्री मेश्राम,
सब इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी
जगदलपुर