0 कोंडागांव में प्रशासन का गजब कारनामा
कोंडागांव। जिला प्रशासन के संयुक्त दल ने नगर के होटल इन्विटेशन पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में आबकारी विभाग ने एक रूम से शराब बरामद की और खाद्य सुरक्षा विभाग ने रेस्टोरेंट में एक्सपायरी डेट के पापड़ पैकेट मिलने पर रेस्टोरेंट और होटल के सभी रुम्स को सील कर दिया। इस कार्रवाई से व्यापारियों में आक्रोश देखा जा रहा है।
शहर के व्यापारी इस कार्रवाई को लेकर जिला प्रशासन पर मनमानी और राजनैतिक षडयंत्र का आरोप लग रहे हैं। स्थानीय लोगों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह कार्रवाई न्यायोचित है और किसके इशारे पर ऎसी कार्रवाई की गई है? कार्रवाई को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या होटल के रूम में शराब पीना गैरकानूनी है? और क्या होटल स्टाफ किसी भी कस्टमर के बैग को खोलकर चेक कर सकता है? इसके अलावा, यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या एक्सपायरी डेट के पापड़ पैकेट मिलनेमात्र के नाम पर पूरा रेस्टोरेंट सील करना न्यायोचित है?
चेंबर से मांगी मदद
वहीं इस पूरी घटना की जानकारी होटल संचालक हरीश गोलछा द्वारा चेंबर ऑफ कॉमर्स को आवेदन देकर दी है। उन्होंने आवेदन में लिखा है कि विगत दिनों मेरे द्वारा किए गए शासकीय निर्माण कार्य के भुगतान बाबत जिलाधीश से निवेदन किया था।पेमेन्ट लगभग चार वर्ष से लंबित है। पेमेन्ट नही मिलने पर मैने कोंडागांव कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने जिसमें मेरे पक्ष में निर्णय दिया एवं कलेक्टर को कोर्ट ने आदेश दिया। इस सारे संदर्भ को लेकर कलेक्टर नाराज हो गए एवं इसके बाद उन्होने सारे शासकीय विभागों द्वारा नोटिस देकर एवं होटल को सील कर तोडने हेतु भी नोटिस दिला दिया है। गोलछा ने कहा है कि मै इस घटनाक्रम से बेहद दुखी एवं डरा हुआ हूं। चेम्बर के माध्यम से मुझे सहयोग कर व्यापारी शक्ति के हनन को रोकने मे सहयोग करें। अब देखन यह होगा कि इस पूरे घटनाक्रम में जिला प्रशासन का क्या रुख होता है और यह कार्रवाई जिले के और भी संस्थानों में देखने को मिलेगी ?