रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि दुर्ग एसपी को हटाए बिना डीपीएस मामले में निष्पक्ष जांच और न्याय की उम्मीद नहीं है। डीपीएस मामले में लीपापोती करने के लिए पास्को एक्ट के मामले में भी एफआईआर दर्ज नहीं किया था। कांग्रेस पार्टी डीपीएस मामले में पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए जब आंदोलन किया, सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन की, तब कहीं जाकर कांग्रेस के दबाव के कारण 2 जुलाई की घटना पर 4 सितंबर को एफआईआर दर्ज किया जाता हैं। एएसपी के नेतृत्व में जाँच दल का गठन किया जाता हैं।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि जब डीपीएस स्कूल के अन्य पालकों के द्वारा स्कूल के सामने मामले में कार्यवाही के लिये 2 अगस्त को प्रदर्शन किया गया। तब पुलिस ने जांच का आश्वासन दिया। 3 अगस्त को दुर्ग के पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में बयान दिया कि बच्ची के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। अखबारों में छपी खबर गलत और भ्रामक है। जब एक न्यूज पोर्टल ने इस मामले की पूरी खबर लगातार छापा तो पुलिस अधीक्षक ने पालकों के वाट्सअप ग्रुप में न्यूज पोर्टल की खबर पर सवाल खड़ा करते हुये धमकाया कि न्यूज पोर्टल पर भी कार्यवाही हो सकती है एवं डीपीएस के पालकों का जो वाट्सअप ग्रुप है। उस वाट्सअप ग्रुप में भी पालकों ने मामले पर आक्रोश जाहिर किया तो स्वयं पुलिस अधीक्षक इस प्रकार की घटना होने से इंकार करते रहे है। ऐसे में दुर्ग एसपी के रहते पूरे मामले की निष्पक्ष जांच एवं पीड़ित को न्याय मिलेगा इस पर संदेह है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार तत्काल दुर्ग एसपी को हटाए और डीपीएस मामले में लीपापोती करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करें, जांच दल निष्पक्ष जांच करें और आरोपियों को पकड़ कर सख्त कार्यवाही करें।