0 पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने छात्रों के लिए 5 घंटे थाने में दिया धरना
0 मजबूर होकर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
(अर्जुन झा)जगदलपुर। सौम्य और विनम्र स्वभाव वाले बस्तर के पूर्व सांसद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की एक और शानदार खासियत सामने आई है। यह खासियत है उनके सच्चे सेनापति होने और अपने सैनिकों की खातिर मर मिटने को तत्पर रहने की। एक ऐसा सेनापति जो अपने सैनिकों यानि पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं को इंसाफ दिलाने के लिए खुद जंग के मैदान पर कूद जाता है और उन्हें इंसाफ दिलाकर ही दम लेता है।
मामला कांग्रेस की छात्र विंग एनएसयूआई और भाजपा की छात्र विंग एबीवीपी के बीच हुए विवाद से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने एक छात्र की बेदम पिटाई महज इसलिए कर दी थी कि उस छात्र ने भाजपा और एबीवीपी की सदस्यता ग्रहण करने से इंकार कर दिया था। इस बात का विरोध करने ज़ब एनसयूआई के कार्यकर्ता वहां पहुंचे तो पुलिस ने सत्तापक्ष के दबाव में उल्टे एनसयूआई के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया। एनएसयूआई का आरोप है कि एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने दो लोगों के सिर फोड़ डाले थे। उनके खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही थी। इस बात की खबर मिलते ही रायपुर में मौजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज सरस्वती नगर थाने पहुंच गए। वहां उन्होंने पुलिस से एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की, मगर सरकार के दबाव में पुलिस अधिकारी एफआईआर दर्ज करने में ना नुकुर करते रहे। इस बात से नाराज पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज थाने में ही धरने पर बैठ गए। वे 5 घंटे तक धरने पर बैठे रहे। उन्होंने ऐलान कर दिया कि जब तक पीड़ित की मांग के अनुरूप हमला करने वालों पर एफआईआर दर्ज नहीं हो जाती, वे धरने पर बैठे रहेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का कहना था कि सिर फूट गया है, टांके लगे हैं। इसके बावजूद दबाव डालकर पुलिस को रिपोर्ट नहीं लिखने दिया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के इस हठयोग के आगे पुलिस को आखिरकार झुकना पड़ा और पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। इसे कहते हैं असली सेनापति। ऐसा सेनापति जिस संगठन में हो, उस संगठन के सैनिक तो, समर्पण भाव वाले होंगे ही। ये सैनिक संगठन के हरदम तत्पर रहेंगे ही।
ये इंसाफ की लड़ाई – बैज
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा है कि सरकार के संरक्षण मे अराजक और उत्पाती तत्व बेलगाम हो गए हैं। छात्रों को न्याय दिलाने के लिए मुझे थाने में धरना देना पड रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपराधियों को बचाने मे लगी है, इसीलिए प्रदेश की क़ानून व्यवस्था बेलगाम हो चुकी है। दीपक बैज ने कहा कि बात कांग्रेस समर्थकों और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की नहीं है, बल्कि बात पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की है। हर पीड़ित वर्ग को इंसाफ दिलाने के लिए हमारे नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने जो आंदोलन चला रखा है, उसका मैं पथगामी हूं तथा इस पथ पर आजीवन चलता रहूंगा।