भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि लोकमाता अहिल्या देवी का 300 वां जन्मोत्सव वर्ष चल रहा है। इस अवसर पर लोकमाता के जनकल्याण के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संदेश में कहा कि लोकमाता अहिल्या देवी ऐसी शासिका थीं, जिन्होंने देवालयों पर हो रहे बाहरी आक्रमण के दौर में रामेश्वरम, जगन्नाथपुरी, उज्जैन, बनारस सहित देश के सांस्कृतिक गौरव की ध्वजा थामी। उन्होंने सभी देवालयों में सनातन संस्कृति के अनुकूल पूजा, अन्न क्षेत्र के विकास, स्नान के लिए घाट निर्माण के कार्य करवाए। जनजातियों सहित सभी के लोक कल्याण के लिए उनकी भूमिका के परिणाम स्वरूप ही, अहिल्या देवी ने लोकमाता का दर्जा अर्जित किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि लोकमाता अहिल्या देवी की 300वीं जयंती के अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार विभिन्न कार्य करने वाली है। इसके लिए समिति गठित की गई है। यह समिति महिलाओं के सशक्तिकरण, उनके जीवन में विभिन्न अधिकारों को दिलवाने के साथ ही बेहतर सुशासन के उदाहरण भी प्रस्तुत करेगी। इससे लोकमाता के जीवन के प्रेरक कार्यों को जनता के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 14 सदस्यीय समिति गठित
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की रविवार को इंदौर में अहिल्योत्सव कार्यक्रम में की गई घोषणा अनुसार सामान्य प्रशासन विभाग ने 24 घंटे में समिति गठन का आदेश जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित समिति में संस्कृति मंत्री, स्कूल शिक्षा मंत्री सहित उच्च शिक्षा और स्कूल शिक्षा के प्रमुख सचिव, इंदौर के मोहन गिरी, श्रीमती माला ठाकुर, सुश्री विनीता धर्म, श्रीमती ज्योति तोमर, अशोक डागा, शहडोल की श्रीमती मेघा पंवार, करेली के राकेश उदेनिया, गुना के शिरोमणि दुबे और भोपाल के धीरेन्द्र चतुर्वेदी शामिल हैं। पर्यटन एवं संस्कृति के प्रमुख सचिव को समिति का सदस्य सचिव बनाया गया है। समिति समारोह आयोजन में विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक गतिविधियों, अहिल्या देवी की जीजिविषा और जन कल्याण की भावना के साथ ही आत्मनिर्भर बनाने के उनके प्रयत्नों को व्यवहार में परिणित करने के संबंध में विभिन्न कार्यवाही/कार्यक्रमों के निर्णय के लिये यह समारोह समिति कार्य करेंगी।