0 सब कुछ जो दिल चाहे-मध्यप्रदेश पर्यटन
0 मध्यप्रदेश को क्लीन, ग्रीन और सेफ डेस्टिनेशन के रूप में करेंगे प्रचारित
0 देशभर के 1200 टूर ऑपरेटर्स, होटेलियर होंगे शामिल
इनबाउंड टूरिज्म बढ़ाने पर होगी चर्चा
टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक सुश्री विदिशा मुखर्जी ने बताया कि सम्मेलन के पहले दिन 30 अगस्त को शुभारंभ के बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होगी। दूसरे दिन 31 अगस्त को बिजनेस सेशन होंगे। रिसर्जेंट इंडिया इनबाउंड- चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल के बीच भारत को पुनः स्थापित करने की रणनीति विषय पर ज्ञान भूषण, आई.ई.एस.- वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार, पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार, शिव शेखर शुक्ला, आई.ए.एस., प्रमुख सचिव पर्यटन, मध्य प्रदेश सरकार, मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव और महानिदेशक – पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार, अभय कुमार सिंह, सचिव, पर्यटन विभाग, बिहार सरकार, सुश्री यशा मुदगल, पर्यटन सचिव, जम्मू और कश्मीर सरकार, डॉ. बी.एन. पाटिल, संचालक, पर्यटन संचालनालय, महाराष्ट्र सरकार एवं विक्रम मधोक, प्रबंध निदेशक – एबरक्रॉम्बी एंड केंट सहभागिता करेंगे।
मध्यप्रदेश पर होगा विशेष सत्र
दूसरा सत्र मध्यप्रदेश पर होगा, जिसमें अपर प्रबंध संचालक, टूरिज्म बोर्ड सुश्री मुखर्जी प्रदेश की पर्यटन विशेषताओं एवं संभावनाओं की जानकारी देंगी। इसके बाद 4 अन्य सत्रों के माध्यम से विषय-विशेषज्ञों द्वारा देशभर में विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ाने हेतु विचार-विमर्श किया जाएगा।
रन फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म एक सितंबर को
एक सितंबर को सुबह 6 बजे वीआईपी रोड स्थित राजा भोज प्रतिमा से ‘रन फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म’ की शुरुआत होगी, होटल इम्पीरियल सेबरे चौराहा से होते हुए वापस प्रतिमा पर समापन होगा। IATO सम्मेलन के बाद 2 सितंबर को FAM टूर होंगे, जिसमें टूर ऑपरेटर्स एवं ट्रेवल एजेंट्स को भोपाल, भोजपुर, भीमबेटका, पचमढ़ी, खजुराहो, इंदौर, उदयगिरी, सांची जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा।
IATO के बारे में
इनबाउंड टूरिज्म की नेशनल बॉडी इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (IATO) में 1600 से अधिक सदस्य हैं, जो पर्यटन उद्योग के सभी क्षेत्रों को कवर करते हैं। वर्ष 1982 में स्थापित IATO अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को भारत लाने एवं उनके टूर प्लान करने में प्रमुख भूमिका निभाता है। भोपाल में आयोजित होने वाले सम्मेलन से पर्य़टन विभाग को राज्य के आकर्षक पर्यटन स्थलों को प्रचारित करने और आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों पर केंद्रित नए पर्यटन सर्किट विकसित करने का मंच मिलेगा।