0 भगवान श्रीकृष्ण का जीवन सबके लिए अनुकरणीय
0 मुख्यमंत्री ने जन्माष्टमी पर प्रदेशवासियों को दीं मंगलकामनाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खगोलीय घटनाओं से मंगल तिथियों की अनुकूलता बनती है, हमारे व्रत, पर्व व त्यौहार मंगल तिथियों के आधार पर ही हैं। इन तिथियों में अद्वितीय घटनाएं घटती है, आज की मंगल तिथि इसकी परिचायक है। लगभग 5100 साल पहले रोहिणी नक्षत्र में भाद्रपद की अष्टमी तिथि में भगवान श्रीकृष्ण का रात 12 बजे प्राकट्य हुआ, जो एक आलौकिक घटना है। उन्होंने कहा कि प्राय: शुभ दिनों पर हमारे मुख से शुभकामनाएं का शब्द निकलता है। शुभकामना सामान्य दिनों के लिए है, जबकि मंगल दिवस पर मंगलकामनाओं का आदान-प्रदान उपयुक्त है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का सम्पूर्ण जीवन सबके लिए अनुकरणीय है। जीवन में किसी से घबराना नहीं, सदैव धर्म के मार्ग पर चलना, वीरता धारण करना, दयालुता रखना, गोपालन करना और अपने जीवन में जो पाएं, वह बांटने का भाव व सामर्थ्य रखना ऐसी विशेषताएं हैं, जिनका सभी को पालन करना चाहिए।