बकावंड विकासखंड की राशन दुकानों के कोटे में कटौती, 900 क्विंटल से ज्यादा चावल किया कम

0  गरीबों के खाद्यान्न में हर माह हो रही है कटौती 
0 खाद्य अधिकारी और खाद्य निरीक्षक हैं अनजान 

(अर्जुन झा) बकावंड। बस्तर जिले के बकावंड विकासखंड के गरीबों के खाद्यान्न में लगातार कटौती की जा रही है। ब्लॉक में संचालित सार्वजनिक वितरण प्रणाली की प्रत्येक राशन दुकान में विगत 4-5 माह से हर माह औसतन 5 क्विंटल से लेकर 20 क्विंटल तक चांवल की कटौती की जाने की बात सामने आई है।दुकान संचालकों ने इसकी पुष्टि की है। वहीं खाद्य विभाग के अधिकारी और निरीक्षक इससे अनजान बने हुए हैं।
बकावंड ब्लॉक में 90 से अधिक पीडीएस की दुकानें संचालित हैं। राशन दुकानों के आवंटन में कटौती के औसतन आंकड़े पर नजर डालें तो 900 क्विंटल से अधिक चावल की कटौती की चर्चा है। वहीं अगस्त माह का खाद्यान्न भी मोकागांव और भिरिंडा पंचायत में आज दिनांक तक नहीं पहुंच पाया है। जबकि 20 से 30 तारीख तक भंडारण किए जाने का निर्देश है और प्रथम सप्ताह में वितरण करना होता है। चावल कटौती अकेले बकावंड ही नहीं जिले भर की राशन दुकानों में की जा रही है। जिले भर में 4000 क्विंटल से अधिक चावल कटौती की खबर विभागीय सूत्रों से प्राप्त हुई है। जिले के बकावंड विकासखंड के अंतिम छोर की मोकागांव और भिरिंडा ग्राम पंचायतों में आज दिनांक तक अगस्त माह का खाद्यान्न नहीं पहुंच सका है। ग्रामीण राशन के लिए रोज दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार उक्त दुकानों में चावल व अन्य सामाग्री का भंडारण किया जाता है तो ग्रामीणों को वितरण क्यों नहीं हुआ यह जांच का विषय है। दोनों पंचायतों के सरपंचों ने चावल वितरण नहीं किये जाने की बात कही। तो वहीं पंचायत सचिव चावल भंडारण एवं वितरण को लेकर अनजान है दोनों पंचायत सचिवों ने कहा किया उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

20 क्विंटल तक कटौती
बकावंड विकासखंड की आधा दर्जन से अधिक राशन दुकानों की पड़ताल करने पर दुकान संचालकों से पता चला कि प्रत्येक दुकान के आवंटन कोटे से प्रतिमाह 5 क्विंटल से 20 क्विंटल तक चावल की कटौती की जा रही है। पूरे ब्लॉक के औसतन आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो लगभग 90 पीडीएस दुकानों से 900 क्विंटल से अधिक चावल कटौती हुई की है। कटौती क्यों और किसके आदेश पर की जा रही है यह विभाग के अधिकारी भी बताने में असमर्थ हैं।
कहां गया 4 हजार क्विंटल चावल
सूत्रों से जानकारी मिली है कि कटौती का खेला सिर्फ बकावंड विकासखंड ही नहीं बल्कि जिले में संचालित 450 से अधिक दुकानों में कटौती का खेला विगत 4-5 माह से चलता आ रहा है। खास तौर से लोहंडीगुड़ा एवं दरभा केi अंदरूनी इलाकों में सर्वाधिक कटौती की जाने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक हर माह जिले में 4000 क्विंटल से अधिक चावल की कटौती की जा रही है जिसका मूल्य 1 करोड़ 76 लाख से अधिक होता है। उक्त चावल कटौती का जिम्मेदार कौन है और यह चावल कहां खपाया जा रहा है, यह जांच का विषय है।

मुझे जानकारी नहींः राठौर
जिला खाद्य अधिकारी श्री राठौर से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सभी दुकानों में भंडारण किया जा चुका है। जिन दुकानों में चावल वितरण नहीं हुआ है, तो मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। कटौती को लेकर भी उन्होंने गोलमोल जवाब दिया।बकावंड के फूड इंस्पेक्टर ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है। पता कराकर बताने की बात कही। लेकिन 24 घंटे बाद भी मामले को स्पष्ट नहीं कर पाए।

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