मैं आप लोगों को मंझधार में छोडूंगा नहीं….. शायद यही कहने पूवर्ती और पालनार गए थे गृहमंत्री विजय शर्मा

0 शर्मा ने बढ़ाया ग्रामीणों और जवानों का हौसला

(अर्जुन झा) जगदलपुर। चाहे कितना भी बड़ा तूफान आ जाए, आसमान छूती लहरें क्यों न उठें, कश्ती मैंने उतार दी है समंदर में, अब लौटने वाला नहीं मैं। कुछ इसी जज्बे के साथ अपना दायित्व निभा रहे हैं छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री विजय शर्मा। दाद देनी होगी विज्जू भैया के हौसले को कि वे बिना अपनी जान की परवाह किए जब तब नक्सलियों की मांद में घुस जाते हैं। एक मासूम छात्र को नक्सलियों द्वारा मौत की नींद सुला दी जाने की खबर आते है गृहमंत्री विजय शर्मा जा धमके कुख्यात नक्सली लीडर हिड़मा के गांव पूवर्ती के नजदीकी ग्राम पालनार।
कल ही जगदलपुर में तिरंगा फहराकर लौटे गृहमंत्री विजय शर्मा आज पालनार गांव पहुंच गए। गृहमंत्री विजय शर्मा के पालनार जाने का उद्देश्य भी यही रहा है कि चाहे मेरे साथ कुछ भी हो जाए, मैं अपने लोगों का हौसला टूटने नहीं दूंगा, उन्हें बेसहारा नहीं छोडूंगा, बस्तर का विकास रोकने वाले वाले नक्सलियों और उनके लीडर हिड़मा की जन्मभूमि पूवर्ती और पालनार के विकास का जो बीड़ा मैंने उठा रखा है, उसे अंजाम तक पहुंचा कर ही दम लूंगा। पूवर्ती को नक्सलियों की नर्सरी के नाम से भी जाना जाता है। इस गांव से अनेक नक्सली पैदा हुए हैं। उनमें हिड़मा एक बड़ा नाम है। दर्जनों संगीन वरदातों में शामिल हिड़मा छत्तीसगढ़ पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है। महाराष्ट्र और तेलंगाना पुलिस को भी उसकी तलाश है। हिड़मा के गृहग्राम पूवर्ती में नक्सली विभिन्न फसलों की खेती भी करते हैं। गृहमंत्री विजय शर्मा पहले पूवर्ती आ चुके हैं। आज वे पूवर्ती के पड़ोसी गांव पालनार पहुंच गए।पिछली दफे जब वे पूवर्ती पहुंचे थे तब उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया था कि पूवर्ती और पालनार का विकास भी छत्तीसगढ़ के अन्य गांवों की तरह ही होगा। यहां भी सड़क, बिजली, पेयजल, शिक्षा, चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। पूवर्ती में गृहमंत्री विजय शर्मा के कदम पड़ने और सुरक्षा बलों का कैंप स्थापित होने के बाद से वहां विकास की आमद शुरू हो गई है। कैंप में ग्रामीणों का छिटपुट इलाज किया जाता है, फोर्स के जवान गांव के बच्चों की पढ़ाई में मदद करते हैं, गांव की जरूरतों को यथा संभव पूरा करते हैं। इससे ग्रामीणों के मन में शासन, प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास बढ़ता चला जा रहा है। गांव का विकास और लोगों का शासन, प्रशासन, पुलिस, फोर्स की ओर बढ़ता झुकाव नक्सलियों को रास नहीं आ रहा है। इस बौखलाहट में वे निरीह ग्रामीणों की हत्या करने लगे हैं। दो दिन पहले नक्सलियों ने सोलह साल के एक निरीह आदिवासी छात्र की निर्मम हत्या कर दी थी। इसके पहले नक्सलियों ने इसी छात्र के बड़े भाई को मार डाला था। खबर मिलते ही गृहमंत्री विजय शर्मा आज शुक्रवार को पालनार पहुंच गए। मृत छात्र पालनार में अपनी चाची के घर में रहकर पढ़ाई कर रहा था। आज गृहमंत्री विजय शर्मा ने कैंप में सुरक्षा बलों के जवानों से मुलाकात की, उनका हौसला बढ़ाया। वे पालनार गांव में भी पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की। श्री शर्मा ने ग्रामीणों से कहा कि चाहे कितना भी बड़ा तूफान क्यों न आ जाए, मैं आप लोगों को मंझधार में कदापि नहीं छोडूंगा, गांव के विकास का जो बीड़ा मैंने उठाया है, उसे साकार करके ही दम लूंगा। गृहमंत्री की इन बातों से ग्रामीणों का बड़ा संबल मिला है। मासूम छात्र की हत्या से गृहमंत्री विजय शर्मा काफी व्यथित नजर आए, एक किशोर बेटे की हत्या का क्षोभ उनकी आंखों से साफ झलक रहा था। इस दौरान बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदर राज पी., सुकमा के कलेक्टर और एसपी भी मौजूद थे।

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