जगदलपुर। पत्रकारों को जेल भेजने वाले कोंटा थाने के दरोगा जी को अब खुद जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ गया है। मामला बस्तर संभाग के सुकमा जिले के कोंटा के चिंतालूर थाने का है।
कोंटा के चिंतालूर में पत्रकारों के वाहन में गांजा रख कर उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने के मामले पर पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्रवाई की है। चिंतालूर टीआई अजय सोनकर को निलंबित तो कर ही दिया गया है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भी भेज दिया गया है। पत्रकारों की शिकायत पर मामले की जांच में पुष्टि हुई कि थानेदार अजय सोनकर ने पत्रकारों को झूठे मामले में फंसाया था। थाने के सीसीटीवी के डीवीआर को भी निकाल कर टीआई अजय सोनकर ने अपने पास रख लिया था। उन्होंने अपनी करतूत पर पर्दा डालने के लिए ऐसा किया था। मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई थी। कमेटी की जांच के निष्कर्ष के आधार पर टीआई अजय सोनकर पर एफआईआर दर्ज करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने इस बात की तस्दीक की है। टीआई अजय सोनकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया। उनके खिलाफ धारा 324, 331 के तहत मामला दर्ज किया गया है।