पांच महिला नक्सली सहित 11 नक्सलियों ने किया समर्पण, 1 लाख की ईनामी महिला भी शामिल

0 एक महिला नक्सली पर घोषित है 1 लाख का इनाम 
(अर्जुन झा) जगदलपुर। बस्तर संभाग के सुकमा जिले में विश्व आदिवासी दिवस पर 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें एक लाख की ईनामी महिला नक्सली समेत पांच महिला नक्सली शामिल हैं। सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ जवानों का ऑपरेशन जारी है। पुलिस और सुरक्षा बलों के जवान शासन की योजनाओं को गांव-गांव पहुंचाने का का काम भी कर रहे हैं। शासन की योजनाओं और सुकमा पुलिस की पहल से प्रभावित होकर पांच महिलाओं समेत 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। जिसमे एक महिला नक्सली पर एक लाख का इनाम घोषित है। वही सभी को प्रोत्साहन राशि दी गई और पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। विश्व आदिवासी दिवस पर जिले के कोंटा इलाके में सक्रिय रहे दर्जनभर नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। पुलिस ने बताया कि जिले के अंदरुनी इलाको में पुनर्वास नीति और नियद नेल्ला नार योजना चलाई जा रही है। जिससे नक्सली प्रभावित होकर आत्म समर्पण कर रहे हैं। ऐसे ही 11 नक्सलियों ने अलग -अलग थानों में आत्म समर्पण किया। जिसमे महिला सोड़ी भीमे पिता सोडी सोमा गोलापल्ली एलओएस सदस्य ईनामी 1 लाख रूपए उम्र लगभग 18 वर्ष जाति मुरिया निवासी मेटागुड़ा, पोड़ियाम हुंगा पिता स्व. एर्रा उम्र लगभग 32 वर्ष ग्राम रासातोंग पंचायत डीएकेएमएस सदस्य जाति मुरिया निवासी रासातोंग थाना गोलापल्ली, महिला मड़कम सुक्की पिता भीमा ग्राम रासातोंग पंचायत केएएमएस सदस्या उम्र लगभग 32 वर्ष जाति मुरिया निवासी रासातोंग थाना गोलापल्ली, महिला ओयाम जोगी पति ओयाम हुंगा ग्राम रासातोंग पंचायत केएएमएस सदस्या)उम्र लगभग 35 वर्ष जाति मुरिया निवासी रासातोंग थाना गोलापल्ली, दूधी हांदा पिता हड़मा अरलमपल्ली पंचायत स्कूल कमेटी अध्यक्ष उम्र लगभग 28 वर्ष जाति मुरिया निवासी अरलमपल्ली पटेलपारा थाना पोलमपल्ली, महिला पदाम कोसी पिता पदाम केशा पालाचलमा पंचायत मिलिशिया सदस्य उम्र 27 वर्ष जाति मुरिया निवासी पालाचलम मेट्टागुडा थाना किस्टाराम निवासी हैं। वही सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदाय कराने की बात अधिकारियों ने कही।

कई घटनाओं में थे शामिल

इन नक्सलियों ने मनीष रात्रे, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स एवं निरीक्षक सुरेश पाल सिंह दूसरी वाहिनी सीआरपीएफ के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। नक्सली सोड़ी भीमे पिता सोमा, पदाम कोसी पिता पदाम कोसा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित करने में दूसरी वाहिनी आसूचना शाखा एवं शेष नक्सलियों को समर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआरजी सुकमा का विशेष योगदान रहा है। ये सभी सदस्य प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गश्त पार्टी की रेकी कर हमला करने, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गो में स्पाईक लगाने, मुख्य मार्गों को खोदकर अवरूद्ध करने, शासन- प्रशासन के विरूद्ध नक्सली पर्चा पंपलेट लगाने आदि घटनाओं में शामिल रहे है।

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