0 जनजातीय समाज से दुनिया सदभाव व पर्यावरण संरक्षण सीखे : कश्यप
जगदलपुर। बोधघाट जगदलपुर में सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सरकार में केबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि आदिवासियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए पूरी दुनिया में 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है।
श्री कश्यप ने कहा जनजातीय समाज से आज पूरी दुनिया विश्व बन्धुत्व, जलवायु एवं प्रकृति संरक्षण और समरसता सीख सकती है। हमारे देश में जनजातीय समाज राष्ट्रीय चेतना का केंद्र रहा है। वैदिक काल से जनजातीय समाज की श्रेष्ठता के प्रमाण मिलते हैं। हमारे यहां राष्ट्रप्रेम, ज्ञान का उद्भव जनजातीय संस्कृति में है। वनों में रहने वाले जनजातीय समाज के बीच रहकर वैदिक ग्रंथ की रचना हुई। स्वतंत्रता आंदोलन में जनजातीय समाज के योद्धाओं के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि हमें जनजातीय समाज को भ्रमित करने वाली ताकतों को भी पहचानना होगा। श्री कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ जनजातीय बाहुल्य प्रदेश होने के कारण अपनी ख़ास प्राचीन कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली सरकार आदिवासियों की प्राचीनतम विरासत और संस्कृति को सहेजते हुए उन्हें तरक्की की मुख्यधारा में लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हमारी सरकार ने नियद नेल्लानार जैसी अभिनव योजना लागू की है। इससे जनजातीय क्षेत्र के विकास को गति मिली है। हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने आदिवासियों के कल्याण हेतु नया मंत्रालय बनाया। प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार ने केंद्रीय बजट 2024-25 में जनजातीय उन्नत ग्राम योजना शुरू की है। यह योजनाएं जनजातीय विकास के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।