0 नाले की बाढ़ में फंसे शिक्षक शिक्षिकाओं को नगर सैनिकों ने कराया पार
0 टॉर्च की रौशनी और रस्सी के सहारे पार कराया नाला
(अर्जुन झा) जगदलपुर। संकुल स्तरीय पालक शिक्षक मेगा बैठक दो दर्जन शिक्षक शिक्षिकाओं और पचासों ग्रामीणों के लिए मेगा मुसीबत बन गई। ये सभी नाले की बाढ़ में घंटों फंसे रहे। बाढ़ राहत बचाव दल के जवानों ने टॉर्च की रौशनी में रस्सी के सहारे उन्हें बाढ़ग्रस्त नाले से पार कराया। बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लाक के चिहका संकुल में पालक शिक्षक बैठक मंगलवार को आयोजित की गई थी। इस बैठक में चार संकुलों के पालक शिक्षक पहुंचे थे। जिसमें दो दर्जन से अधिक शिक्षक शिक्षिकाएं भैरमगढ़ से भटवाड़ा नाला पार कर बैठक में शामिल होने गए थे। जब वे गए तब नाले में बाढ़ नाम की कोई चीज नहीं थी।ग्राम चिंहका में पालक शिक्षक सम्मेलन के दौरान भारी बारिश शुरू हो गई। बारिश का दौर काफी देर तक चला। सम्मेलन बाद शिक्षक, पालक व ग्रामीण वापस भैरमगढ़ के लिए निकले तो देखा भटवाड़ा नाला बाढ़ से परिपूरित हो चुकी थी। बाढ़ में फंसे शिक्षक शिक्षिकाओं ने मोबइल फोन से अपने फंसे होने की जानकारी एसडीएम विकास सर्वे और तहसीलदार मोहन साहू को दी। भैरमगढ़ प्रशासन ने तत्काल नगर सेना के कमांडेंट निर्मल साहू से संपर्क किया। कमांडेंट के साथ नगर सैनिकों की टीम बाढ प्रभावित भटवाड़ा नला पहुंची। बाढ में फंसे शिक्षक, शिक्षिकाओं, बच्चों व ग्रामीणों को अंधेरे में टॉर्च की रौशनी में रस्सी के सहारे नाला पार कराया गया। मिली जानकारी अनुसार सुबह से दोपहर तक भटवाड़ा नाला में बाढ़ नही थी। शिक्षक अपनी- अपनी बाईक से सम्मेलन में शामिल होने चिहका गए थे। बीजापुर जिले में मंगलवार को सुबह से लगातार भारी बारिश हो रही थी। इसके चलते नदी नाले फिर से उफान पर आ गए।
बेरुदी नदी में डूबा युवक
रविवार को बेरुदी नदी में डूबने से ग्राम पेद्दाजोजेर निवासी 25 वर्षीय युवक मुन्ना ओयाम की मौत हो गई। मुन्ना ओयाम नदी पार कर खरीदारी करने रेड्डी साप्ताहिक बाजार गया था। वापस गांव लौटने के दौरान वह नदी के तेज बहाव में बह गया। ग्रामीणों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव में मुन्ना ओयाम तेजी से बहते हुए काफी आगे निकल गया। दूसरे दिन सोमवार को नगर सैनिकों की टीम ने खोजबीन शुरू कर मुन्ना ओयाम का शव बरामद कर लिया। मंगलवार को गंगालूर अस्पताल में शव का गंगालूर पुलिस के समक्ष पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा गया। शव को नगर सैनिकों ने मानवीय सेवा का परिचय देते हुए नदी पार कराया। रेस्क्यू टीम में होमगार्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट निर्मल साहू के साथ नगर सैनिक अनमुल संजय, मनीराम, रामचंद्र पवार, गोरला नारायण, मुन्ना राम, कृष्णा चालकी, रमेश कोंडेट, कृष्णा राव, रुपलाल व इंदर मांझी ने भरपूर सहयोग किया।