जगदलपुर जनपद की सबसे शिक्षित ग्राम पंचायत आसना की सड़कों की हो गई है बुरी गत

0 महज चार साल में ही उखड़ गई सीसी रोड 
(अर्जुन झा) जगदलपुर। विकासखंड जगदलपुर की ग्राम पंचायत आसना का लगता है कोई आसरा नहीं रह गया है, तभी तो यहां की सारी बुनियादी सुविधाएं चौपट हो गई हैं। भले ही सरपंच चुने हुए नुमाइंदे होते हैं, मगर बस्तर की ग्राम पंचायतों में तो सचिव ही सर्वेसर्वा बनकर काम करते हैं। बेचारे सरपंच तो सिर्फ रबर स्टैम्प बनकर काम करते हैं। ऐसे में जब पंचायत सचिव का गांव ही समस्याग्रस्त हो तो पूरी पंचायत का हाल क्या होगा बताने की जरूरत नहीं है।
ग्राम पंचायत आसना के ग्रामीण पिछले 4 साल से सचिव और सरपंच द्वारा बरती जा रही लापरवाही का खामियाजा भोगते आ रहे हैं।पंचायत के स्वास्थ्य केंद्र, पंप हाउस, सुलभ शौचालय, सड़कें सभी खस्ताहाल हैं।सीसी रोड निर्माण कार्य में बरती गई लापरवाही का परिणाम है की रोड की सीमेंट गायब हो चुकी है, गिट्टियां बाहर निकल आई हैं, जगह जगह गड्ढे हो गए हैं। नुकीली गिट्टियों की वजह से जहां ग्रामीणों व बच्चों के पैर जख्मी हो रहे हैं, वहीं साईकिलों और मोटर साईकिलों के टायर पंचर होने की बात आम हो चली है। गड्ढे दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। सीसी रोड का निर्माण चार साल पहले ही लाखों रुपए खर्च कर करवाया गया था। महज चार साल में ही यह रोड नकारा बन गई है। पंचायत के लोग सरकार द्वारा दी जा रही मूलभूत।सुविधाओ का कोई लाभ नही ले पा रहे हैं। ग्राम पंचायत आसना के पंप हाउस की स्थिति काफी दयनीय है। कुछ ग्रामवासियों से बात करने पर पता चला कि सरपंच सचिव को जानकारी देने के बाद भी पंप हाउस की मरम्मत के लिए कार्रवाई नहीं की गई। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक किरण देव से करते हुए उन्हें लिखित आवेदन भी दिया था। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। पंप हाउस का भवन कभी भी गिर सकता है और जनहानि हो सकती है। यहां न नाली का ठिकाना है न रोड का और न ही पुल पुलीया का। पूरा गांव में कीचड़ और गंदगी से भरा है। आसना ग्राम पंचायत को जनपद पंचायत जगदलपुर का सबसे शिक्षित पंचायत माना जाता है। आसना के ताबाकोनी पारा से मुक्तिधाम मार्ग का हाल तो और भी बुरा है। शवयात्रा का इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। ग्राम पंचायत के आश्रित पारा छेपड़ागुड़ा रोड की स्थित देखने लायक है। ग्राम पंचायत आसना में दिया तले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। सचिव का गांव होते हुए भी यहां बदहली का मंजर है। पारा से हाईस्कूल मार्ग, अस्पताल से खबारी घर तक सुरेश जोशी घर से गुरु घर तक गुरु घर से बागमुड़ा सड़क की बुरी गत हो गई है। आसना के विनोद ठाकुर, प्रवीण चंद यादव तथा अन्य ग्रामीणों ने गांव की बदहाली दूर करने की अपील कलेक्टर विजय दयाराम के. से की है।

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