बस्तर में नक्सलियों के आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का सिलसिला जारी

0  तीन महिला नक्सलियों सहित फिर 5 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण 

(अर्जुन झा) जगदलपुर। बस्तर संभाग के कुछ जिलों में नक्सलियों के आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का सिलसिला लगातार जारी है।रोज बड़ी संख्या में नक्सली और उनके सहयोगी आत्म समर्पण करने आगे आ रहे हैं। इसी क्रम में संभाग के सुकमा जिले में शुक्रवार को फिर पांच नकासलियों ने पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया है।
छत्तीसगढ़ शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना का व्यापक से प्रभाव तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित कर पुलिस के प्रति बढ़ते जन विश्वास से प्रभावित होकर इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सभी आत्मसमर्पित नक्सली चिंतलनार थाना क्षेत्र के निवासी हैं। इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल आसूचना शाखा एवं 223 वाहिनी सीआरपीएफ की आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। सुकमा जिले में बस्तर रेंज के आईजी सुन्दरराज पी., डीआईजी दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, सूरजपाल वर्मा, उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ रेंज कोंटा, आंनद सिंह राजपुरोहित, उप महानिरीक्षक (परि.) सीआरपीएफ रेंज सुकमा के मार्गदर्शन एवं किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक सुकमा, नवीन कुमार, कमांडेंट 223 वाहिनी सीआरपीएफ के निर्देशन तथा अजित सिंह नेगी, नितिन कुमार द्वितीय कमान अधिकारी 223 वाहिनी सीआरपीएफ, निखिल राखेचा,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा, आकाश राव गिरेपूंजे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोंटा के पर्यवेक्षण में छत्तीसगढ़ शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा किए जा रहे भेदभाव तथा स्थानीय आदिवासियों पर की जाने वाली हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय 3 महिला नक्सलियों सहित 5 नक्सलियों महिला मल्ले उर्फ सोड़ी मनीषा पिता भीमा
सुरपनगुडा़ आरपीसी सीएनएम सदस्या जाति मुरिया निवसी किस्टावरम, माड़वी कोसी पति दूला सुरपनगुड़ा आरपीसी केएमएस सदस्या जाति मुरिया निवसी किस्टावरम, महिला मड़कम देवे पिता देवा सुरपनगुडा़ आरपीसी सीएनएम सदस्या जाति मुरिया निवसी किस्टावरम पटेलपारा, सोड़ी कोसा पिता नंगा सुरपनगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य जाति मुरिया निवासी किस्टावरम पटेलपारा एवं वेट्टी कन्ना पिता वेट्टी गंगा सुरपनगुडा़ आरपीसी सीएनएम सदस्य जाति दोरला निवासी किस्टावरम द्वारा आज 2 अगस्त को नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में सपन चौधरी उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स सुकमा एवं निरीक्षक सुजीत कुमार, 223 वाहिनी सीआरपीएफ के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 223 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा एवं नक्सल सेल आसूचना शाखा टीम का विशेष प्रयास रहा। ये सभी प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर जिले के विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गश्त त पार्टी की रेकी कर हमला करने, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गो में स्पाईक लगाने, मुख्य मार्गों को खोदकर अवरूद्ध करने, शासन-प्रशासन के विरूद्ध नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने आदि घटनाओं में शामिल रहे हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाएं प्रदान कराई जाएंगी।

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