जगदलपुर। बस्तर की आदिवासी नेत्री सोनी सोरी के पिता एवं वेडमा के पूर्व सरपंच और समाजिक कार्यकर्ता मुंडरा सोरी का 31 जुलाई को निधन हो गया। डौंडी लोहारा के पूर्व विधायक एवं छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष जनक लाल ठाकुर ने मुंडरा सोरी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुंडरा सोरी प्रखर आदिवासी नेता थे। वे लंबे समय तक दंतेवाड़ा जिले के अपने गांव वेड़मा के सरपंच रहे। 2011 में नक्सलियों ने उनके पांव में गोली मार दी थी। जिस नक्सली नेता ने गोली मारी थी, वह सरकार के सामने आत्म समर्पण करने के बाद आज पुलिस अधिकारी बना चुका है। जब सरकार ने सोनी सोरी को जेल में डाला था, तब सोनी के पिता घायल अवस्था में भी जेल में सोनी से मिलने जाते थे। सोनी बताती है कि पिताजी बैसाखी के सहारे सलाखों के पार धूप में बहुत देर तक खड़े रहते थे। मैं कहती थी बाबा आप थक जाओगे आप चले जाओ तब वह कहते थे नहीं तू मुझे देख और तू भी ताकतवर बन और अन्याय के खिलाफ लड़।सोनी कहती है मेरे पिता मेरी ताकत थे। आदिवासियों ने अपना एक विश्वस्त मित्र खो दिया है। ऐसे ऊर्जावान और प्रेरणा स्रोत दिवंगत लिंगोंवासी मुंडरा सोरी को छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा लाल हरा परिवार और मोर्चा के अध्यक्ष एवं डौंडी लोहारा के पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।