ऐसे में कैसे सुधरेगी शिक्षण व्यवस्था, आदिवासी बाहुल्य स्कूलों में 1782 शिक्षकों की है कमी

0  नई शिक्षा नीति के लिए शिक्षकों की व्यवस्था करने की है दरकार 
(अर्जुन झा) जगदलपुर। केंद्र सरकार द्वारा पारित नई शिक्षा नीति को छत्तीसगढ़ में लागू कराने के हो -हल्ला के बीच जो जानकारी लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी की गई है, वह बस्तर में शैक्षणिक व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है। बस्तर संभाग के स्कूलों में 1782 शिक्षकों की कमी बनी हुई है। शिक्षकों की कमी का यह हैरान करने वाला विस्फोटक आंकड़ा बता रहा है कि बस्तर के बच्चों की पढ़ाई कैसी चल रही है?
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी में इस बात का खुलासा हुआ है।बस्तर संभाग के सातों जिलों बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर, कोंडागांव और कांकेर में एकल शिक्षकीय, शिक्षक विहीन शैक्षणिक शालाओं के संबंध में विधायक बघेल लखेश्वर द्वारा जानकारी चाही गई थी। श्री बघेल द्वारा बस्तर संभागा के जिलों में अद्यतन स्थिति के मुताबिक एकल शिक्षकीय व शिक्षक विहीन शासकीय शालाओं की वास्तविक जानकारी मांगी गई तो अलग- अलग जानकारी देने के बजाय एक साथ जानकारी दी गई।लिखित तौर पर 1782 शिक्षकों की कमी होने की पुष्टि हुई है। जो आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार बस्तर संभाग मुख्यालय के जगदलपुर जिले में 393 शिक्षक कम हैं। नारायणपुर जिले में 117, बीजापुर जिले में 357, कोंडागांव जिले में 159, कांकेर जिले में 355, दंतेवाड़ा जिले में 131 और सुकमा जिले में 270 शिक्षकों की कमी है। कुल मिलाकर बस्तर संभाग में शिक्षण व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। विधायक लखेश्वर बघेल ने पूरक प्रश्न में जो सवाल उठाए हैं उसका विपरीत जवाब लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दिया गया है। यदि लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा दी गई जानकारी को सही भी माना जाए तो सिर्फ 2020-21 से वर्तमान स्थिति तक बस्तर संभाग में सहायक शिक्षक 3783, शिक्षक 2782 व व्याख्याता 694 की भर्ती हुई है और उसके बाद भी एकल शिक्षक व शिक्षक विहीन शालाएं होना गंभीर बात है। अब आंकड़ों पर गौर करें शैक्षणिक सत्र 20-21से वर्तमान तक बस्तर जिले में सहायक शिक्षक 1015, शिक्षक 535 व व्याख्याता 144 की भर्ती हुई तो कांकेर में सहायक शिक्षक 691, शिक्षक 778 व व्याख्याता 196, कोंडागांव में सहायक शिक्षक 743, शिक्षक 898 व व्याख्याता 157, बीजापुर में सहायक शिक्षक 398, शिक्षक 101 व व्याख्याता 31, नारायणपुर में सहायक शिक्षक 257, शिक्षक 166 व व्याख्याता 24, सुकमा जिले में सहायक शिक्षक 487, शिक्षक 164 व व्याख्याता 31 तथा दंतेवाड़ा में सहायक शिक्षक 192, शिक्षक 140 व व्याख्याता 12 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है इसकी जानकारी दी गई है। अभी वर्तमान में 1501 सहायक शिक्षकों, 266 शिक्षकों एवं 9 व्याख्याताओं की एकल शिक्षकीय व शिक्षक विहीन संस्थाओं में पदस्थापना करने का दावा किया गया है। जबकि जिलेवार आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं कि किस जिले में कितने शिक्षकों की पदस्थापना की गई है। खुद स्वयं पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप के सामने बकावंड ब्लाक के करपावंड के बच्चों ने लिखित में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग रखी है। वहीं अन्य स्थानों पर विषय शिक्षकों के साथ अन्य शिक्षकों की मांग उठ रही है।

 

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