0 मामला मत्स्य विभाग में करोड़ों की गड़बड़ी का
0 एफआईआर खिंचने में जल्दबाजी, अब भारी पड़ रहा गिरफ्तार करना
0 क्या अधिकारी चाहते है कि मिल जाए अग्रिम जमानत
(बसंत शर्मा) राजनांदगांव। जिले में मत्स्य विभाग में तत्कालिक सहायक संचालक गीतांजलि गजभिए एवं सप्लायरों द्वारा अनुदान राशि में बड़ा फर्जीवाड़ा करते हुए 2 करोड़ 16 लाख रूपए की गड़बड़ी की गई है। जिसकी शिकायत के बाद सिर्फ प्रतिवेदन के आधार पर पुलिस ने अपने बड़े अधिकारी के इशारे पर एफआईआर तो खींच दी। लेकिन अब जांच का हवाला देकर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके चलते पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर ही प्रश्नचिन्ह लगता नजर आ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सामान्य व्यक्ति के लोगो को परेशान करने थाना अंतर्गत कार्रवाई करते है जब कार्रवाई हो जाती है, उसके बाद भी पुलिस विभाग द्वारा गढ़े मुर्द्दे उखाड़ कर कलमवीर के इशारे पर फंसाने का प्रयास जोरशोर से किया जाता है। वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग के अधिकारी की पत्नी गीतांजलि गजभिए के ऊपर 2 करोड़ 16 लाख की गड़बड़ी का आरोप लगा है और प्रतिवेदन के आधार पर एफआईआर खींच दी गई है। जिस पर गिरफ्तारी करने की बजाए उसे पर्याप्त समय दिया जा रहा है। ताकि विभाग के अधिकारी की पत्नी को अग्रिम जमानत मिल सके। सूत्र बता रहे है कि इन सब के पीछे एक बड़े अधिकारी द्वारा खेल खेला जा रहा है। अन्य मामलों में गिरफ्तार कर वाहवाही लूटने वाली पुलिस लगभग 6 दिन बीत जाने के बाद भी गीातजंली पर मेहरबानी क्यो? दिखा रहा है।
गढ़े मुर्दे उखाड़ने में लगी पुलिस, करोड़ों की गड़बड़ी करने वाले खुलेआम घूम रहे
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस कार्य में पुलिस को ज्यादा नोटामाइसिन मिलता है, यानि सफलता घर बैठे मिलती है उस कार्य को करने में दिलचस्पी दिखाई जाती है। वह भी सामान्य लोगो को परेशान करने के लिए। लेकिन जब मामला विभाग के अधिकारी की पत्नी से जुड़ा हो तो पुलिस हाथ खिंचने में कमी नहीं करती है। क्योंकि विभाग से नोटामाइसिन तो मिलेगा नहीं और ऊपर से बदनामी होगी जो अलग वैसे भी पुलिस को गढ़े मुर्दे उखाड़ने और उड़ता भाला लेने का सौंक पहले से ही। जिसमें फंसने के बाद अपने आपको बचाने के लिए हर वह कदम उठाते है, जो नहीं उठाने चाहिए।
प्रधानमंत्री कार्यालय में होगी विभाग की शिकायत
जानकारी के अनुसार जिस प्रकार से विभाग द्वारा सामान्य लोगो को परेशान किया जा रहा है और विभाग के रिश्तेदार को बचाने का प्रयास जारी है उसकी शिकायत जल्द ही प्रधानमंत्री कार्यालय में किए जाने की जानकारी सामने आ रही है। सूत्र बता रहे है कि इसके पीछे एक बड़े अधिकारी की भूमिका है, जो जल्द ही सामने आएगी।