0 हमारे लिए राष्ट्रहित ही है सर्वोपरि : शैलेष ध्रुव
जगदलपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद फायर ब्रांड भगवाधारी छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्थापना दिवस पर 9 जुलाई को पीजी कॉलेज जगदलपुर में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं बाइक रैली निकालकर मनाई गई।
बाइक रैली पीजी कॉलेज चौक पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के माल्यार्पण के पश्चात अग्रसेन चौक, शहीद पार्क, एसबीआई चौक से होती हुई माई दंतेश्वरी मंदिर के प्रांगण पर समाप्त हुई। अभाविप के प्रदेश सहमंत्री एवं बस्तर जिला संयोजक शैलेष ध्रुव ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 1948 में अपना कार्य प्रारंभ किया था, जो बाद में 9 जुलाई 1949 को विधिवत पंजीबद्ध छात्र संगठन बनी। परिषद की स्पष्ट धारणा है कि छात्रों के सामने देश सर्वोपरि हो एवं उनके सारे क्रियाकलाप देश के हितार्थ ही चलाएं जाएं। विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन हैं। इसकी स्थापना छात्र हित और छात्रों को उचित दिशा देने के लिए की गई है। परिषद का घोष वाक्य है ज्ञान, शील और एकता। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना का मूल उद्देश्य राष्ट्र के पुनर्निर्माण में युवाओं की भागीदारी बढ़ाना है। विद्यार्थी परिषद के अनुसार छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति है। राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए छात्रों में राष्ट्रवादी चिंतन को जगाना ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का मूल उद्देश्य है। युवा छात्र शक्ति का यह प्रतिनिधि संगठन है। अभाविप का नारा है – छात्र शक्ति, राष्ट्रशक्ति। वैसे अभाविप का आधिकारिक सूत्र वाक्य है ज्ञान, शील, एकता और यही परिषद की विशेषता है। इस संगठन में कोई मैं नहीं होता है हम की भावना से कार्य किया जाता है। जो विश्व का एकमात्र सामाजिक छात्र संगठन है। इस दौरान अश्विन पिल्ले, गौरव भवानी, अचिंत्य शर्मा, निशांत, दीपक, करण बघेल, मनीष मिश्रा, मनीष बैस, निखिल, राजकमल, पुनव, कुंजाम, दिव्यराज राणा समेत अभाविप के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।