0 नगर को अंधेरे में झोंककर ठेकेदार ने अपना घर आंगन कर लिया गुलजार
(अमरेश झा) कोंडागांव। केंद्र और राज्य शासन सौर ऊर्जा के अधिकाधिक उपयोग और सोलर लाइट को प्रोत्साहन देते विभिन्न योजनाओं और मद से गांव-गांव और कस्बों में क्रेडा विभाग के माध्यम से बिजली के खंभे व लाइट तो लगा रहे हैं, लेकिन इस योजना के संचालन की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों और ठेकेदारों पर है, वे इस महत्वाकांक्षी पहल का भट्ठा बिठाने पर तुल गए हैं। इसका एक बड़ा उदाहरण कोंडागांव जिले के फरसगांव में देखने को मिल रहा है।
फरसगांव नगर पंचायत क्षेत्र में स्तरहीन सोलर बिजली उपकरणों के उपयोग के चलते करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद क्रेडा विभाग आमजन को रोशनी उपलब्ध नहीं कर पा रहा है। वहीं शासन की मंशा भी फ़लीभूत नहीं हो पा रही है, जिससे आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा लोग सौर ऊर्जा के उपकरणों से जुड़ सके। नेशनल हाईवे 30 पर स्थित नगर पंचायत फ़रसगांव इसका एक ताजा उदाहरण है जहां नेशनल हाईवे में ही सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले खंभे व लाइट करोड़ो रुपयों की लागत से लगाए गए हैं, लेकिन सड़कों में अंधेरा पसरा रहता है। उक्त सड़कों पर लगे स्ट्रीट सोलर लाइट पर न तो नगर पंचायत ध्यान दे रही है नाहीं कोई अन्य अधिकारी। जबकि मुख्य मार्ग होने के चलते हर छोटे बड़े अधिकारी का इस मार्ग में आना जाना होता ही रहता है। लेकिन इस स्तरहीन कार्य पर अब तक जवाबदेह लोगों पर किसी प्रकार की कार्रवाई न होने के चलते कही न कही अंदरूनी क्षेत्र में बुलंद हौसलों के साथ ऐसे स्तरहीन कार्य करने वाले ठेकेदारों द्वारा और ज्यादा स्तरहीन कार्य कराए जाने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता। वहीं फरसगांव में लगे हाई स्ट्रीट सोलर लाइट पर जानकारी लेने के लिए जब क्रेडा विभाग के कार्यपालन अभियंता मनीष सिंह नेताम के मोबाइल फोन से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। जिसके चलते उक्त कार्य की लागत व बिजली सुधार की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी।