जगदलपुर। बस्तर जिले में जैविक खाद और डीएपी खाद के नाम घाटिया खाद बेचने वाले गिरोह सक्रिय हैं। गिरोह के लोग उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र से नकली खाद लाकर बस्तर संभाग में खपाने की कोशिश लगातार कर रहे हैं। कलेक्टर विजय दयाराम के. की सजगता के चलते अब तक ऐसे दो गिरोहों का भांडा फूट चुका है। बस्तर के किसानों के भोलेपन का फायदा उठाकर कुछ बाहरी लोग लगातार बस्तर में नकली खाद खपाने में लगे हुए हैं। बस्तर में भी जैविक खेती का चलन और जैविक खाद का उपयोग बढ़ने लगा है। लिहाजा बाहरी तत्व यहां नकली जैविक खाद बेचते घूम रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बस्तर जिले के भानपुरी क्षेत्र में पकड़ा गया है, जहां किसानों को महाराष्ट्र के कुछ लोग डुप्लीकेट जैविक खाद बेचने की कोशिश कर रहे थे। अवैध रूप से एक पिकअप वाहन में जैविक खाद के नाम पर बिक्री कर रहे गिरोह को ग्रामीणों की सूचना पर कृषि विभाग की टीम और पुलिस ने पकड़ा है। छापेमार कार्रवाई कर बस्तर के, बालेंगा, लामकेर, बाकेल गांव से अलग-अलग जगह पर खाद का भंडारण कर रखा गया था। कृषि विभाग के अधिकारियों ने मौके से कुल 400 बोरी खाद जप्त की है। खाद सप्लाई करने वाले चार लोगों से खाद से संबंधित जरूरी दस्तावेज लिए गए हैं। इन दस्तावेजों की जांच की जांच अधिकारी कर रहे हैं।बताया गया है कि तथाकथित जैविक खाद महाराष्ट्र से लाई गई थी। इस खाद के नकली होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले भी नकली डीएपी खाद के साथ उत्तरप्रदेश के कुछ लोग पकड़े गए थे। बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम के. ने नकली खाद और कीट नाशकों के विक्रय पर नकेल कसने के सख्त निर्देश दे रखे हैं। इसी के चलते कृषि विभाग एक्शन मोड में है।