0 आचार संहिता के बीच सरकारी संस्था में सियासी गतिविधियां
जगदलपुर। भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य में संचालित समर कैंप को निरस्त कर दिया गया है एवं स्कूली छात्र-छात्राओं को घर पर ही रहने के हिदायत दी गई है। परंतु राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन का दोहरा चरित्र तब उजागर होता है, जब इस भीषण गर्मी तथा आचार संहिता के दौरान जगदलपुर के लोहंडीगुड़ा ब्लॉक स्थित गर्ल्स मैट्रिक बालिका छात्रावास में छात्र -छात्राओं के लिए भाजपा, आरएसएस और अभाविप द्वारा चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। कार्यशाला में छात्रावास अधीक्षक से लेकर चपरासी तक नौकरी बजा रहे हैं। और तो और छात्राओं से खाना परोसवाने का कार्य तक लिया जा रहा है। ये बातें युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान ने कही है।
जावेद खान ने जिला प्रशासन तथा शिक्षा विभाग को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए पूछा है कि क्या चुनाव आचार संहिता के दौरान इस तरह के आयोजनों के लिए शासकीय भवनों तथा स्कूली छात्र-छात्राओं को जाने की अनुमति दी गई है या उन पर दबाव जिला प्रशासन द्वारा बनाया गया है, क्या छात्रावास अधीक्षक तथा चपरासियों को कोई लिखित आदेश दिया गया है इस गैर-संवैधानिक कार्य को करने के लिए? यदि नहीं तो जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की नाक के नीचे शासकीय भवन में वह भी बालिका छात्रावास में जो कि अति संवेदनशील होता है ऐसी जगह में ऐसे आयोजन कैसे संचालित हो रहे हैं। एक तरफ तो जिला प्रशासन आम जनता के लिए चुनाव आचार संहिता एवं नियम कानूनों के कठोर पालन की बात करता है वहीं सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के लिए आचार संहिता और नियम कानून को भी ताक पर रखकर ऐसे गैर संवैधानिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देता है। कांग्रेस पार्टी इस तरह के गैर संवैधानिक और अनैतिक कार्यों का पुरजोर विरोध करती है एवं कलेक्टर बस्तर तथा जिला शिक्षा अधिकारी से यह मांग करती है कि तत्काल इस गैर संवैधानिक कार्य को बंद करवाएं तथा इसकी जांच करते हुए दोषी जिम्मेदार लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें एवं भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति ना हो ऐसी व्यवस्था सुदृढ़ करें अन्यथा छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ के खिलाफ एक बड़े जन आंदोलन का सामना करने जिला प्रशासन तैयार रहे।