0 सचमुच मॉडर्न हो रहा है हमारा अपना जगदलपुर
0 मेट्रो सिटी की तर्ज पर शराब दुकानों में पड़ने लगे बस्तर की नारी के कदम
(अर्जुन झा) जगदलपुर। कौन कहता है हमारा बस्तर जिला, हमारा अपना जगदलपुर शहर पिछड़ा हुआ है? कौन कहता है हम बस्तरिहा आज भी आदिम युग में जी रहे हैं? न – न, ऐसा कहने की जुर्रत भी मत कीजिएगा। हम भी और हमारे शहर की मातृशक्ति भी मेट्रो सिटीज़ के मॉडर्न सोसाइटी वालों की तरह कतई पीछे नहीं हैं। हमारे शहर की युवतियां और दो – तीन बच्चों वाली माताएं भी बेधड़क शराब दुकानों से चिल्ड बियर और व्हीस्की खरीदकर अपना गला तर करने लगी हैं।
शेष दुनिया के लोग बस्तर को अनपढ़, नासमझ और लंगोटी पहनकर रहने वालों का इलाका मानते हैं। लोगों की धारणा बन गई है कि बस्तर के लोग आदिम युग में जी रहे हैं। दुनिया की चकाचौंध बस्तर तक नहीं पहुंच पाई है, बस्तरिहा सल्फी, ताड़ी और महुआ की शराब से अपने नशे की लत पूरी करते हैं। ऐसा मानने वाले लोग मुगालते में न रहें। बस्तरिहा अब मेट्रो सिटीज़ के लोगों से कतई पीछे नहीं रह गए हैं। यकीन न हो तो अच्छी तरह से आंखें खोलकर इस तस्वीर पर नजरे इनायत कर लीजिए, आपको बदलते भारत के साथ तेजी से बदलते बस्तर और जगदलपुर की झलक साफ दिख जाएगी। चौंकिएगा मत यह तस्वीर जगदलपुर की ही है।शहर के चांदनी चौक स्थित शराब दुकान में यह युवती और महिला धनिया, मिर्च का भाव पता करने नहीं पहुंची थीं, बल्कि गला तर करने का खास सामान लेने गईं थीं।भीषण गर्मी में हमारे शहर की कुछ महिलाएं अब ठंडे पानी, छाछ, दही, लस्सी, नीबू पानी, आम पना या आइसक्रीम से अपना गल तर नहीं करतीं, बल्कि वे जमाने के साथ चलते हुए चिल्ड बियर के साथ व्हीस्की का कॉकटेल पैग मारकर अपने गले और आत्मा को तृप्त करने लगी हैं। यह कोई एक दिन की बात नहीं है, बल्कि अमूमन रोज कुछेक महिलाएं और युवतियां शराब दुकानों में बेधड़क पहुंचकर मन पसंद ब्रांड की व्हीस्की और बियर खरीद कर ले जाती हैं। एक शराब दुकान के सेल्समैन के अनुसार उनकी दुकान में अक्सर आम महिलाएं शराब खरीदने आती हैं। लेकिन अब कुछ दिनों से कुछ कुलीन परिवारों की महिलाएं भी खुद दुकान पहुंच अपनी मनपसंद ब्रांड की बीयर और शराब की मांग करती हैं। चांदनी चौक रस्थित शराब दुकान के सेल्समैन बताते हैं कि सरकार बदलने के साथ ही शराब की मनपसंद ब्रांड मिलने लगी है।अब महिलाएं भी शराब दुकान में आकर शराब खरीदने लगी हैं।