जिनकी जमीन ली गई, वो हैं बेरोजगार, बाहरी लोगों को मिल रहा है रोजगार

0 नगरनार इस्पात संयंत्र के प्रभावितों के हक में फिर उठने लगी आवाज 
नगरनार। एनएमडीसी द्वारा नगरनार में इस्पात संयंत्र स्थापना के लिए जिन लोगों की जमीन अधिग्रहित की गई है, उनके परिवार के लोग रोजगार के लिए दर दर भटक रहे हैं और बाहरी लोगों को नगरनार इस्पात संयंत्र में भरपूर रोजगार मिल रहा है।वहीं स्थानीय ट्रांसपोर्टरों को भी काम नहीं दिया जा रहा है। जय झाड़ेश्वर परिवहन सहकारी समिति के प्रतिनिधि मंडल ने संयंत्र के अधिशासी निदेशक को ज्ञापन सौंपकर उपेक्षा पर रोक लगाने और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की मांग की है।
. समिति के लोगों का कहना है कि नगरनार इस्पात संयत्र में क्षेत्र के भू प्रभावित एवं शिक्षित बेरोजगारों को परिवहन एवं अन्य कार्यों में प्राथमिकता देते हुए रोजगार उपलब्ध कराया जाना चाहिए। सन 2001 में नगरनार में इस्पात सयंत्र का शिलान्यास यहां की जनता को प्रत्येक क्षेत्र में प्राथमिकता देते हुए हजारों रोजगार उपलब्ध करने के वादे के साथ हुआ था, परंतु आज तक यहां के बेरोजगार रोजगार पाने हेतु संघर्ष कर रहे हैं। क्षेत्र की दस मुख्य भू प्रभावित ग्राम पंचायतो में भी विकास धरातल पर दिखाई नहीं दे रहा है। आज संयंत्र पूर्णता की ओर है और संयत्र से उठने वाले धुएं एवं ध्वनि के प्रदूषण और जल प्रदूषण की मार स्थानीय लोग झेल रहे हैं। परंतु लाभ बाहरी व्यक्तियों को प्राप्त हो रहा है। संयंत्र में ठेकेदारी प्रथा का चलन धड़ल्ले से शुरू हो चुका है। समिति ने कहा है कि संयत्र शुरू होने के बाद यहां से जो भी परिवहन गतिविधि संचालित हो रही है, निर्यात सम्बंधित कार्य में बाहर के बाहुबली लोगों का आधिपत्य है। इससे स्थानीय जनता में रोष व्याप्त है। परिवहन हेतु स्थानीय समिति जय झाडेश्वर सहकारी समिति मर्यादित नगरनार से हजारों की संख्या में बेरोजगार एवं ग्रामीण जुड़े हुए हैं। इन समिति के माध्यम से परिवहन के कार्य निष्पादित किये जाएं जिससे यहां के बेरोजगारों को लाभ मिल सके। इस्पात संयत्र निर्माण में वाहन की आवश्यकता को देखते हुए प्रभावित एवं शिक्षित बेरोजगारों द्वारा राष्ट्रीयकृत एवं प्राइवेट बैंकों से ट्रैक्टर, ट्रक, हाईवा, जेसीबी, ट्रेलर आदि वाहन फाइनेंस करवाकर लिए गए हैं, लेकिन उन्हें काम नहीं मिल रहा है। लिहाजा वे किस्त भरने में असमर्थ हैं और परेशानी झेल रहे हैं। एनएमडीसी द्वारा छोटे -छोटे ओपन टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाती है, उसकी विधिवत जानकारी टेंडर पूर्व ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराई जानी चाहिए। इस्पात संयत्र में मेंटेनेंस कार्य हेतु हेल्पर हेतु अकुशल अर्ध कुशल, कुशल, मजदूरों की भर्ती में प्रभवित क्षेत्र के लोगों को पहले प्राथमिकता दी जानी चाहिए। जय झाड़ेश्वर परिवहन सहकारी समिति मर्यादित नगरनार ने उक्त सभी मुद्दों को दृष्टिगत रखते हुए जल्द से जल्द स्थानीय परिवहन समिति तथा क्षेत्रीय बेरोजगारों के हित में निर्णय लेने का आग्रह अधिशासी निदेशक से किया है।

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