लोन वर्राटू अभियान से प्रेरित होकर 3 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

0 पुलिस की अपील का माओवादियों पर असर
0  माओवादी मलांगेर एरिया कमेटी में थे सक्रिय
जगदलपुर। बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान से प्रेरित होकर फिर तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. पुलिस उप महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप, पुलिस उप महानिरीक्षक (परिचालन) सीआरपीएफ दंतेवाड़ा रेंज विकास कठेरिया, पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छग शासन की ‘पुनर्वास नीति के तहत विगत कुछ माह में जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद किया जा रहा है। साथ ही शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गांव- गांव में किया जा रहा है। इसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है और बड़ी संख्या में माओवादी कैडर का आत्मसमर्पण देखने को मिल रहा है। नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों के साथ की जाने हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का संकल्प करके सामने आ रहे हैं।

इसी कड़ी में मलांगेर एरिया कमेटी प्रतिबंधित संगठन के 3 माओवादियों बुरगुम पंचायत केएएमएस सदस्य कुमारी नंदे मड़काम पिता बक्का मड़काम उम्र लगभग 24 वर्ष निवासी बुरगुम पेरमापारा थाना अरनपुर जिला दंतेवाड़ा, गोंडेरास पंचायत मिलिशिया सदस्य केशा गोंचेे पिता दुल्ला गोंचे उम्र 22 वर्ष निवासी गोडेंरास पटेलपारा एवं गोंडेरास पंचायत सीएनएम सदस्य कुमारी मल्ले मुचाकी पिता स्व. पोज्जा मुचाकी 25 वर्ष निवासी गोडेंरास पेरमापारा थाना गादीरास जिला सुकमा ने 8 मई को पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन पुलिस उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ दंतेवाड़ा रेंज विकास कठेरिया, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, कमांडेंट 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ नीरज यादव, कमांडेंट 230वीं वाहिनी सीआरपीएफ अनिल कुमार प्रसाद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्मृतिक राजनाला एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन के समक्ष डीआरजी कार्यालय दंतेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया। इन माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में डीआरजी, बस्तर फाईटर दंतेवाड़ा, 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ यंग प्लाटून एवं 230वीं वाहिनी सीआरपीएफ यंग प्लाटून का विशेष योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक द्वारा आत्मसमर्पित माओवादियों को छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास योजना के तहत् 25-25 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि एवं पुनर्वास योजना के तहत मिलने वाले सभी प्रकार के लाभ दिलाया जाएंगे। लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 180 ईनामी माओवादियों सहित कुल 799 माओवादी समर्पण कर चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *