0 बस्तर संभाग में चल रहे कार्यों का लिया जायजा
0 सिक्योरिटी डिपाजिट काटने की दी हिदायत
जगदलपुर। क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह ने बस्तर संभाग में क्रेडा के अधीन चल रहे कार्यों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यों के प्रति लापरवाही को लेकर राणा बेहद सख्त नजर आए। उन्होंने निविदा के मापदंड के अनुसार काम न होने और कमियां पाए जाने पर संबंधित ईकाइयों की एसडी काटने के निर्देश दिए।
क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा ने गत 27 अप्रैल को बस्तर प्रवास के दौरान बस्तर संभाग के कांकेर जिले के ग्राम तारसगांव एवं लखनपुरी में जल जीवन मिशन अंतर्गत स्थापित संयंत्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कंट्रोलर खराब होने के कारण पानी ओवर फ्लो होने, फाउंडेशन की फ्लोरिंग धंस जाने, अर्थिंग कार्य निविदा के मापदंड के अनुरूप नहीं करने एवं फाउंडेशन में मिट्टी बैक फिलिंग नहीं करने जैसी कमियां पाई गईं। श्री राणा द्वारा निरीक्षण स्थल पर ही स्थापना करने वाली ईकाइयों को सुधार करते हुए निविदा के मापदंड के अनुसार संयंत्र स्थापना करने के सख्त निर्देश दिए गए। साथ ही क्रेडा के उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से सीईओ श्री राणा ने पाई गई कमियों को इकाई से समन्वय करते हुए आवश्यक सुधार कार्य कराने के निर्देश दिए। इसके बाद सीईओ राजेश राणा ने ग्राम रतेसरा एवं ग्राम कोकपुर में सौर सुजला योजना अंतर्गत स्थापित सोलर पंपों का निरीक्षण किया एवं हितग्राहियों से पंपों के उपयोग के संबंध में जानकारी ली। सीईओ श्री राणा यहां से बस्तर संभाग के ही कोंडागांव जिले के दौरे पर निकल गए।जहां उन्होंने ग्राम खाले मुरवेंड में हितग्राही इंद्राराम सलाम एवं ग्राम जोबा में हितग्राही धनुराम बघेल के यहां सौर सुजला योजना अंतर्गत स्थापित सोलर पंपों का निरीक्षण किया एवं हितग्राहियों से पंपों के सुचारू संचालन और उपयोगिता के संबंध में जानकारी ली। श्री राणा ने पंप में किसी भी प्रकार की खराबी आने पर क्रेडा के टोल फ्री नंम्बर – 18001234591 में कॉल करके शिकायत दर्ज कराने बाबत जानकारी हितग्राहियों को दी। इस दौरान हितग्राहियों द्वारा पंपों के संचालन के संबंध में संतुष्टि व्यक्त की गई। श्री राणा द्वारा निरीक्षण के दौरान क्रेडा के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को क्रेडा की विभिन्न परियोजना के अंतर्गत चल रहे कार्य जैसे जल जीवन मिशन, सौर सुजला योजना, सोलर हाई मॉस्ट संयंत्र, सोलर पॉवर प्लांट एवं अन्य संयंत्रों की स्थापना के दौरान सतत स्थल निरीक्षण करते हुए निविदा के मापदंड के अनुसार गुणवत्ता सुनिश्चित कराते हुए कार्य समय पर पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए।