0 नरसिंहपुर का मिनी मैहर है बीतली का मंदिर
नरसिंहपुर। जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर नरसिंहपुर-सागर हाइवे पर स्थित बीतली गांव में पहाड़ी पर बना देवी मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का विशेष केंद्र है। करीब एक हजार फीट ऊंची पहाड़ी पर बने इस मंदिर को तैयार होने में करीब 12 वर्ष लगे। कार्य में ग्रामीणों ने श्रमदान भी खूब किया। आज यह मंदिर न केवल गांव बल्कि क्षेत्र की पहचान बन गया है। रात को मंदिर की दमकती लाइटिंग हाइवे से निकलने वाले लोगों का भी ध्यान खींचती है। ऊंची पहाड़ी पर यह स्थान होने से लोग इसे नरसिंहपुर का मिनी मैहर भी कहने लगे हैं क्योंकि इस मंदिर की चढ़ाई भी बिल्कुल मैहर जैसी है।
बीतली की पहाड़ी पर बने मंदिर में माता भुवनेश्वरी की प्रतिमा विराजित है। यहां हर वर्ष चैत्र माह में जवारों की स्थापना होती है जो इस बार भी हुई है। तलहटी से पहाड़ी की ऊंचाई तक मंदिर जाने करीब 350 सीढिय़ा बनी है, रैलिंग लगी है, बीच-बीच में स्टापर बने है ताकि श्रद्धालु यात्रा की थकान दौरान थोड़ा विश्राम कर सकें। मान्यता है कि करीब 85 एकड़ के रकबे में फैली इस पहाड़ी पर प्राचीन सिद्धस्थल है। जिसका जीर्णोद्धार कार्य कराने ग्रामीणों ने वर्ष 2005 में कार्य की शुरूआत की थी और यह कार्य करीब 12 वर्ष तक चला। ग्रामीण कहते हैं कि पहाड़ी के सरंक्षण के लिए पहाड़ी पर पौधरोपण भी किया जा रहा है।
दूर-दूर से आते है श्रद्धालु
मंदिर में दर्शन-पूजन करने जिले के विभिन्न स्थानों के अलावा दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचते है। पहाड़ी की चढ़ाई में तो उन्हें थकान होती है लेकिन जैसे ही ऊपर पहुंचते है और यहां आसपास का दर्शनीय नजारा देखते है तो उनकी थकान दूर हो जाती है और इस यात्रा को वह यादगार बताने लगते है। श्रद्धालु इस अनोखे स्थल की यात्रा को स्मृति में बनाए रखने सेल्फी, फोटोग्राफी भी करते है।