0 गुणवत्ता नियंत्रण प्रोग्राम के तहत एमएसएमई उद्योगों को प्राथमिकता दी जाए: अजय भसीन
रायपुर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी,विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि आज चेंबर महामंत्री अजय भसीन के नेतृत्व में गुणवत्ता नियंत्रण प्रोग्राम के तहत नवा रायपुर स्थित भारतीय मानक ब्यूरो छत्तीसगढ़ के निर्देशक (सीनियर साइंटिस्ट) सुमित कुमार से चेंबर प्रतिनिधि मंडल मिला। बैठक में गुणवत्ता नियंत्रण प्रोग्राम को विस्तार से बताया गया कि कैसे उद्योगों तक इसकी जानकारी पहुंचाई जाए तथा गुणवत्ता नियंत्रण प्रोग्राम के तहत एमएसएमई उद्योगों को प्राथमिकता दी जाए।
चेंबर महामंत्री अजय भसीन ने बताया कि गुणवत्ता नियंत्रण प्रोग्राम के तहत नवा रायपुर स्थित भारतीय मानक ब्यूरो छत्तीसगढ़ के निर्देशक (सीनियर साइंटिस्ट) सुमित कुमार से चेंबर प्रतिनिधि मंडल मिलकर चर्चा की।
श्री भसीन ने आगे बताया कि गुणवत्ता नियंत्रण प्रोग्राम के तहत समस्त उद्योगों को आई एस आई सर्टिफिकेट लेना अत्यंत आवश्यक है तथा सरकार द्वारा लाई गई इस योजना की जानकारी कैसे उद्योगों तक पहुंचाई जा सकती है, पर विस्तृत चर्चा हुई। भसीन ने बैठक की जानकारी देते हुए आगे कहा कि मेक इन इंडिया को साकार करने सरकार द्वारा आयातित वस्तुओं का निर्माण घरेलू उद्योगों द्वारा हो, पर जोर दे रही है साथ ही गुणवत्ता नियंत्रण हेतु प्रदेश में लैब की भी स्थापना किए जाएंगे ताकि किसी संगठन को उत्पादन के दौरान उत्पादित वस्तुओं में देशों की पहचान कर, उन्हें ठीक कर, यह सुनिश्चित कर सके कि अंतिम उत्पाद उच्चतम गुणवत्ता वाला है जो अत्यंत ही महत्वपूर्ण है।
श्री भसीन ने यह भी बताया कि गुणवत्ता नियंत्रण प्रोग्राम के तहत एमएसएमई उद्योग स्वयं के लैब का निर्माण करने में समर्थ नहीं है क्योंकि लैब की स्थापना के लिये बड़ी मात्रा में धन की आवश्यकता होती है जिसे सूक्ष्म एवं लघु उद्योग पूरा नहीं कर सकते अतः इन उद्योगों को बाहर स्थित अन्य लैब से सुविधा प्रदान की जाये ताकि उन्हें आईएसआई प्रमाण पत्र आसानी से प्राप्त हो सके। इस अवसर पर चेंबर महामंत्री अजय भसीन, मंत्री दिलीप इसरानी, कंसलटेंट राकेश लाभ जी (क्वालिटी इंटरनेशनल लैब), भिलाई उद्योग चेंबर से सुमित अग्रवाल एवं आदित्य शुक्ला प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।