न वादे पूरे हुए, न राहत, न सब्सिडी, साय सरकार और उनके वित्त मंत्री बताएं की प्रदेश के संसाधन आखिर जा कहां रहे हैं – सुरेंद्र वर्मा

0 एक माह के भीतर ही साय सरकार ले चुकी है 9000 करोड़ का कर्ज़, अब फिर से 4000 करोड़ लेने की तैयार

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में तथाकथित “डबल इंजिन“ ट्रबल इंजन साबित हो रहा है। हर तरह की राहत और सब्सिडी बंद करके केवल भ्रष्टाचार के लिए कर्ज पर कर्ज ले रहें हैं। विगत एक माह के भीतर ही विष्णुदेव साय सरकार ने 16 जनवरी 2024 को 2000 करोड़, 23 जनवरी 2024 को 1000 करोड़, 30 जनवरी 2024 को 1000 करोड़, 6 फरवरी 2024 को 1000 करोड़ और 13 फरवरी 2024 को 4000 करोड़ इस तरह से लगभग एक माह के भीतर ही कुल 9000 करोड़ रुपए का कर्जा लिया गया है, और अब चर्चा है कि 4000 करोड़ का अतिरिक्त कर्ज लेने की तैयारी प्रदेश की भाजपा सरकार कर रही है। साय सरकार से न प्रदेश सम्हल रहा है और न ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि नई सरकार के ढाई महीने बीत जाने के बावजूद भी ना वादे के अनुरूप छत्तीसगढ़ के किसानों को धान की कीमत 3100 रुपया प्रति क्विटंल की दर से एक मुस्त मिल पाया है और न किसी गांव में धान खरीदी का भुगतान केंद्र खुले हैं। साय सरकार और उनके वित्त मंत्री ओपी चौधरी बताएं की पांच बार में लिए गए 9000 करोड़ आखिर गया कहां? बेरोजगारी भत्ता और किसान न्याय योजना की बकाया चौथी किस्त का पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के द्वारा जो बजट प्रावधान किया गया था वह राशि भी भाजपा की साय सरकार ने हड़प लिए है। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपाईयों द्वारा 500 रूपए में गैस सिलेंडर देने का वादा अब जुमला हो चुका है। भाजपा की सरकार खुद की योजनाएं तो लागू नहीं कर पा रहे हैं, उल्टे पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की राहत और सब्सिडी बंद करने का षड्यंत्र कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में 27 लाख से अधिक महिलाएं गोठानों के माध्यम से आजीविका कमा रही थी उन पर भी ग्रहण लगाने का काम, जनविरोधी विष्णुदेव साय सरकार कर रही है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने आम जनता के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रगति के कीर्तिमान स्थापित किए हैं। भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता के बैंक खातों में सीधे तौर पर पौने दो लाख करोड रुपए से अधिक की राशि डालने का काम किया था, यही कारण है की अर्थव्यवस्था के तीनों सेक्टर कृषि, सेवा और उत्पादन में छत्तीसगढ़ का औसत कांग्रेस की सरकार के समय राष्ट्रीय औसत से बेहतर रहा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था फिर से उल्टे पाव तेजी से भागने लगी है। जिस तरह से विगत साढ़े नौ वर्षों में मोदी के आर्थिक कुप्रबंधन के चलते ही देश पर कुल कर्ज का भार 2014 की तुलना में तीन गुना अधिक हुआ है। 30 से अधिक बड़े सार्वजनिक उपक्रम बचने के बावजूद देश पर लगातार कर्ज का भार बढ़ रहा है, ठीक उसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आते ही ऐतिहासिक रूप से तेज़ी से कर्ज़ बढ़ने लगा है। भारी भरकम कर्ज लेने के बावजूद भी विष्णुदेव सरकार जनता से किए वायदे को पूरा करने में पूरी तरह नाकाम रही है जिससे स्पष्ट हो रहा है कि प्रदेश के संसाधन भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है। भाजपाइयों के प्राथमिकता में आम जनता का हित नहीं है।

 

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