रायपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री अमरजीत भगत राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि भाजपा अपनी केंद्र सरकार के माध्यम से केंद्रीय एजेंसियों पर दबाव डालकर विपक्षी दलों के नेताओं को परेशान कर रही है। उनको राजनैतिक रूप से परेशान करने, बदनाम करने का षड़यंत्र रचा जाता है।
ऽ छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस की सरकार के पांच सालों के दौरान लगातार ईडी और आईटी कार्यवाहियां की गयी। तत्कालीन कांग्रेस की सरकार को बदनाम करने फर्जी कार्यवाहियां केंद्र सरकार ने करवाया।
ऽ लोकसभा चुनावों को देखते हुये छत्तीसगढ़ सहित देश के अनेकों राज्यों में विपक्षी दलों के नेताओं को परेशान किया जा रहा। इसी कड़ी में मेरे घर पर भी आईटी की छापेमारी करवाया गया।
ऽ झारखंड में वहां के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर इतना दबाव डाला गया कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ा, उनको जेल में डाल दिया गया।
ऽ जिस दिन हेमंत सोरेन से इस्तीफा लिया जा रहा था उसी दिन मेरे घर में छापा मरवाया गया, यह दोनों कार्यवाहियां संयोग मात्र नहीं थी, यह साजिश है। आदिवासी नेतृत्व को बदनाम करने की कोशिश है। यह संदेश देने की कोशिश है कि पूरे देश में गैर भाजपाई दलों के नेता ही गड़बड़ी कर रहे है जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। गैर भाजपाई नेताओं के खिलाफ साजिश कर फंसाया जा रहा है। भाजपा नहीं चाहती कि वंचित वर्ग के लोग नेतृत्व करें।
ऽ मेरे घर आईटी कार्यवाही के दौरान मुझे, मेरे परिजनों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। हमें रोजमर्रा के दैनिक कार्य नहीं करने दिया गया। हमारे घर से कुछ भी अघोषित नहीं मिला, जो मिला वह हमारे बुक्स में है हमने पहले ही घोषित कर रखा था।
ऽ जन सहयोग से निर्मित की मंदिर का हिसाब मेरे से पूछा जा रहा है। भाजपा को अब मंदिर निर्माण का भी हिसाब चाहिए।
ऽ मुझे एवं मेरे परिजन को डराया धमकाया जा रहा है। आईटी के अधिकारी चार दिनों तक परेशान किये ऐसा लगता है।
ऽ मैं आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने की मांग किया था। आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने के बाद भाजपा आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग करने वाले को प्रताड़ित कर रही है।
ऽ मैंने कोई गलत किया है तो कड़ी कार्यवाही करो लेकिन भाजपा सिर्फ चरित्र हनन करने झूठे आरोप लगा रहे।