0 महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में शिशुओं को कराया अन्नप्राशन, गर्भवती महिलाओं को सुपोषण किट, किशोरियों को उपहार प्रदान किया
0 वन विभाग में स्व सहायता समूह की महिलाओं ने कोदो, कुटकी और रागी से बनी लड्डू, कुकीज भेंट की
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज कबीरधाम जिले के ग्राम कुसुमघटा में किसान सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम स्थल पर महिला एवं बाल विकास विभाग और वन विभाग द्वारा लगाए गए स्टाल का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में शिशुओं को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया। उन्होंने स्टॉल में गर्भवती महिलाओं को सुपोषण किट तथा किशोरियों को उपहार प्रदान किया। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने भी मुख्यमंत्री के साथ स्टालों का अवलोकन किया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा रेडी टू ईट से विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए गए हैं। रेडी टू ईट से ही खुरमी, सलोनी, गुलगुला, अनरसा, अइरसा, बर्फी, सोहरी, चीला, सलोनी, हलवा, लड्डू सहित विटमिन से भरपूर फलों की प्रदर्शनी लगाई गई। स्टॉल में पोषण अभियान के तहत विभिन्न प्रकार की भाजी पालक, गोभी भाजी, तिवारा भाजी, लाल भाजी, मेथी भाजी, करामता, चना भाजी, मूलीभाजी, चौलाई भाजी, सुनसुनिया भाजी सहित फलों की प्रदर्शनी लगाई गई।
वन विभाग के स्टाल में मुख्यमंत्री श्री साय को स्व सहायता समूह की महिलाओं ने कोदो, कुटकी और रागी से बनी लड्डू, कुकीज भेंट की। विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री वनधन योजना अन्तर्गत ज़िले की आदिवासी महिला समूह शिव शक्ति द्वारा अन्नपूर्णा माहुल पत्ता से दोना पत्तल और नाश्ता प्लेट बना कर आमदनी अर्जित कर रही हैं। वहीं वन धन योजना में जय देव ठाकुर, जय माँ शीतला महिला समूह और नई किरण स्व सहायता समूह हाट बाज़ार से कच्चे लघु वनोपज से संग्रहण के बाद साफ़-सफ़ाई कर विभिन्न प्रकार के खाने की सामग्री बना रही हैं। समूह की महिलाएं कोदो, कुटकी, रागी से लड्डू, कुकीज़, चावल और आटा का निर्माण करती हैं। समूह शहद प्रसंस्करण का कार्य भी करता है।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय के साथ सांसद संतोष पाण्डेय, पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा, बिसराम यादव, पवन साय, अजय जामवाल उपस्थित रहे।