0 अजय माकन, सैलजा बैठक में होंगी शामिल
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब नेता प्रतिपक्ष चुने जाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। कांग्रेस ने 13 दिसंबर को विधायक दल की बैठक रखी है। इस बैठक में कांग्रेस पार्टी विपक्ष का नेता चुनेगी। पहले समीकरण था कि जो मुख्यमंत्री बनेगा, उसके आधार पर नेता प्रतिपक्ष चुना जाएगा।
अब आदिवासी मुख्यमंत्री बनने के बाद चर्चा है कि कांग्रेस ओबीसी नेता प्रतिपक्ष चुनेगी। 2023 विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के पास वैसे तो 35 विधायक हैं लेकिन इनमें से 14 विधायक पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। बाकी 21 में आधे से ज्यादा दूसरी बार विधायक बने हैं। इनमें एक भी अच्छा वक्ता नहीं है।
13 दिसंबर को होने वाली बैठक में कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक अजय माकन भी इस बैठक में शामिल होंगे। बैठक राजीव भवन में दोपहर 2 बजे होगी। परिणाम आने के बाद कांग्रेस की यह पहली बैठक है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए कांग्रेस को आक्रामक नेता की तलाश है। चरणदास महंत का नाम भी चर्चा में है लेकिन उनका शांत स्वभाव नेता प्रतिपक्ष के लिहाज से फिट नहीं बैठ रहा है। कहा जा रहा है कि महंत की कोशिश होगी कि उन्हें ही विपक्ष का नेता चुना जाए। वे ओबीसी चेहरा भी हैं।
जबकि पूर्व मंत्री उमेश पटेल केवल अपने विधानसभा क्षेत्र तक ही सीमित हैं। ऐसे में वे भी फिट नहीं बैठ पा रहे हैं। वे भी ओबीसी चेहरा हैं। इसके बाद पार्टी के पास दलेश्वर साहू और भोलाराम साहू का ही नाम बचता है। दलेश्वर का नाम भी चर्चा में है। विधानसभा में उनके सवाल चर्चा में रहते हैं। साथ ही ओबीसी चेहरा हैं।
कांग्रेस प्रदेश की कमान लगातार दो बार से आदिवासी नेताओं के पास है। भूपेश बघेल के सीएम बनने के बाद मोहन मरकाम को पीसीसी चीफ बनाया गया। मरकाम के बाद बस्तर सांसद दीपक बैज को अध्यक्ष की कुर्सी सौंपी गई। अब कांग्रेस पार्टी ओबीसी समाज को भी साधना चाहती है। यही वजह है कि नेता प्रतिपक्ष ओबीसी समाज से हो सकता है।