(अर्जुन झा) लोहंडीगुड़ा। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस घोषणा पत्र में किए गए तमाम वादों का असर वैसे तो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बने हुए हैं लेकिन चित्रकोट विधानसभा के तीनों इलाकों में मैदानी स्थिति का जायजा लेने पर कर्जमाफी के वादे का गहरा असर सामने आया है। चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा सांसद और विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी दीपक बैज के द्वारा कराए गए विकास के कामों की चर्चा जनता के स्तर पर हो रही है। ग्रामीण जनता बताती है कि उनके गांव में बुनियादी सुविधाओं के विकास और विस्तार के बहुत से काम हुए हैं। गांवों के लोग बता रहे हैं कि बड़े बड़े काम तो पूरे बस्तर में हुए हैं, जिनका फायदा उन्हें भी मिल रहा है लेकिन उनके गांवों के हालात बदलने में उनके विधायक रहे वर्तमान सांसद की विशेष भूमिका रही है। विकास के काम के लिए चक्कर नहीं लगाना पड़े। दीपक बैज ने अपनी ओर से विकास के काम को पहली प्राथमिकता दी है। इसके साथ ही कांग्रेस की सरकार ने भी विकास के काम और जनता को राहत देने में कोई कसर बाकी नहीं रखी।
विकास के अलावा इस इलाके में जो जन भावनाएं खुलकर सामने आ रही हैं, उनमें भरोसे की अहमियत ज्यादा है। किस आधार पर वोट देंगे, इस सवाल पर ग्रामीण कह रहे हैं कि भरोसे के नाम पर। उन्हें भरोसा है कि पिछले चुनाव में कांग्रेस ने किसानों के कर्ज माफ करने का वादा किया था और सरकार बनते ही सबसे पहले यह वादा पूरा किया और अब फिर कर्ज माफ करने का वादा कांग्रेस ने किया है तो उसे जरूर पूरा करेगी।चित्रकोट विधानसभा विकासखंड क्रमांक 1 तोकापाल के ग्राम देउरगांव, रानसरगिपाल,पोटानार में इस प्रतिनिधि ने ग्रामीणों से जानना चाहा कि किसका घोषणा पत्र उन्हें पसंद आया और क्या वजह है तो जवाब यही मिला कि कांग्रेस ने कर्ज माफी का वादा पूरा किया तो कर्ज से मुक्त होने पर जो रकम सुरक्षित हुई, उससे मकान बनवा लिया। किसी किसान ने बताया कि उसका दो लाख रुपए का कर्ज माफ हुआ। किसी ने बताया कि उसे डेढ़ लाख रुपए के कर्ज से मुक्ति मिली। जब पूछा गया कि इस बार कितना कर्ज माफ होगा तो एक किसान ने कहा कि जैसे पहले कर्ज से छुटकारा मिला था। फिर कर्ज से बाहर निकल जाएंगे। विकासखंड क्रमांक 2 लोहंडीगुड़ा के ग्राम पंचायत मांदर,भेजा, बदरेंगा के किसानों ने बताया कि भरोसा उस पर किया जा सकता है जो पहले भरोसे पर खरा उतरा हो। कांग्रेस ने कर्जमाफी करके किसानों का भरोसा जीता है। यह भरोसा बरकरार है क्योंकि कांग्रेस ने फसल की जो कीमत देने का वादा किया था, वह कीमत दी है। किसान बता रहे हैं कि वनोपज का बेहतर दाम मिल रहा है। खरीद का दायरा बढ़ाने का काम हुआ है। मोटे अनाज को लेकर भी कांग्रेस उनकी उम्मीदों पर खरी उतरी है। विकासखंड क्रमांक 3 बास्तानार
के ग्राम किलेपाल, डीलमिली, पालानार,पुसेम के किसानों ने भी बातचीत में कहा कि कर्ज माफी के वादे से वे संतुष्ट हैं। विकासखंड क्रमांक 4 के दरभा,मंगलपुर,चिंगपाल कामानार में भी कर्जमाफी, वनोपज और फसल की उचित कीमत की चर्चा हर जुबान पर है।
इन ग्राम पंचायत के लोगों ने कर्ज माफी के फैसले को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि यह अच्छा निर्णय है। इससे गरीब किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और अन्य प्रकार के व्यवसाय में इस राशि का उपयोग कर और भी बेहतर कार्य कर सकते हैं। कुल मिलाकर इस इलाके में कर्जमाफी का मुद्दा भारी असर कर रहा है।