नई दिल्ली। वोकल फॉर लोकल अभियान को और बढ़ाने की अपील करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस बार भी दिवाली के त्योहार पर घरेलू कारीगरों के उत्पाद खरीदें और स्वदेशी सामान से दिवाली मनाएं। इस आशय की बात प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 106वें एपिसोड के दौरान कही। राष्ट्र के साथ अपने विचार साझा कर रहे प्रधानमंत्री मोदी ने वोकल फॉर लोकल अभियान को और आगे बढ़ाने की अपील देशवासियों से की। उन्होंने लोगों को दिवाली के त्योहार पर घरेलू कारीगरों के उत्पाद खरीदने पर जोर दिया। इसके लिए उन्होंने गांधी जयंती पर कनॉट प्लेस में खादी स्टोर पर एक दिन में हुई रिकॉर्ड बिक्री का हवाला भी दिया। श्री मोदी ने कहा कि आज जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं, जहां हमें नारी शक्ति का सामर्थ्य देखने को नहीं मिल रहा हो। आज इस दौर में, जब हर तरफ उनकी उपलब्धियों को सराहा जा रहा है, तो हमें भक्ति की शक्ति को दिखाने वाली एक ऐसी महिला संत को भी याद रखना है, जिसका नाम इतिहास के सुनहरे पन्नो में दर्ज है। देश इस वर्ष महान संत मीराबाई की 525वीं जन्म-जयंती मना रहा है। इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने तीर्थक्षेत्र अंबाजी मंदिर को याद किया और कहा कि आप सभी ने गुजरात के तीर्थक्षेत्र अंबाजी मंदिर के बारे में तो अवश्य ही सुना होगा। यहां गब्बर पर्वत के रास्ते में आपको विभिन्न प्रकार की योग मुद्राओं और आसनों की मूर्तियां नजर आएंगी। क्या आप जानते हैं कि इन प्रतिमाओं की खास बात क्या है? दरअसल ये कबाड़ से बनाई गईं मूर्तियां हैं, जो बेहद अद्दभुत हैं। उन्होंने कहा कि अंबाजी शक्ति पीठ पर देवी मां के दर्शन के साथ-साथ ये प्रतिमाएं भी श्रद्धालुओं का आकर्षण केंद्र होती हैं। मन की बात कर रहे प्रधानमंत्री मोदी ने खेल के मैदान में भारत की कामयाबी का जिक्र किया और कहा कि एशियन गेम्स के बाद पैरा एशियन गेम्स में भी भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की है।
इन खेलों में भारत ने 111 मेडल जीतकर एक नया इतिहास रचा है। उन्होंने पैरा एशियन गेम्स में हिस्सा लेने वाले सभी एथलीटों को बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि 30 अक्टूबर को गोविन्द गुरु जी की पुण्यतिथि है अत: उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी दौरान उन्होंने कहा कि नवंबर माह में हम मानगढ़ नरसंहार की बरसी भी मनाते हैं, मैं उस नरसंहार में, शहीद मां भारती की, सभी संतानों को नमन करता हूं। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासियों के इतिहास को रेखांकित करते हुए कहा कि भारतवर्ष में आदिवासी योद्धाओं का समृद्ध इतिहास रहा है। इसी भारत भूमि पर महान तिलका मांझी ने अन्याय के खिलाफ बिगुल फूंका था। इसी धरती से सिद्धो-कान्हू ने समानता की आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि वीर योद्धा टंट्या भील ने हमारी धरती पर जन्म लिया। उन्होंने शहीद वीर नारायण सिंह, वीर रामजी गोंड, वीर गुंडाधुर, भीमा नायक को भी याद किया। श्री मोदी ने कहा कि 15 नवंबर को पूरा देश जनजातीय गौरव दिवस मनाएगा। यह विशेष दिवस भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती से जुड़ा हुआ है। अमृत वाटिका का निर्माण होगा यही नहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कन्याकुमारी के थिरु ए. के. पेरूमल, तमिल की प्रसिद्ध लेखिका बहन शिवशंकरी को भी याद किया।
श्री मोदी ने कहा कि 31 अक्टूबर को एक बहुत बड़े राष्ट्रव्यापी संगठन की नींव रखी जा रही है। यह भी सरदार साहब की जन्मजयन्ती के दिन है। इस संगठन का नाम है – मेरा युवा भारत, यानी माय भारत, माय भारत। उन्होंने कहा कि यह संगठन भारत के युवाओं को राष्ट्रनिर्माण के विभिन्न आयोजनों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर देगा। उन्होंने आगे कहा कि पिछले दिनों देश के हर गांव से, हर घर से मिट्टी संग्रह करने का आग्रह किया गया था। फिर अमृत कलश यात्राएं निकाली गईं। ये हजारों अमृत कलश यात्राएं अब दिल्ली पहुंच रही हैं। यहां दिल्ली में उस मिट्टी को एक विशाल भारत कलश में डाला और इस पवित्र मिट्टी से दिल्ली में ‘अमृत वाटिका’का निर्माण किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 31 अक्टूबर का दिन हम सभी के लिए खास है, क्योंकि इस दिन हमारे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म जयंती है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि हर बार की तरह, इस बार भी, हमारे त्योहारों में, हमारी प्राथमिकता हो ‘वोकल फॉर लोकल’की। हम मिलकर उस सपने को पूरा करें, हमारा सपना है ‘आत्मनिर्भर भारत’। उन्होंने कहा कि खादी की बिक्री बढ़ने का मतलब है इसका फायदा शहर से लेकर गाँव तक में अलग-अलग वर्गों तक पहुंचता है। गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में खादी की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। इसे प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की ओर जाना निरुपित किया।