भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश के लिए ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। आम श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में धोती- सोला पहनकर प्रवेश मिलेगा, जबकि महिलाओं के लिए साड़ी पहनना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही जल्द ही सभी श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह खोला जाएगा।
सप्ताह में एक दिन भस्म आरती में दिया जाएगा नि:शुल्क प्रवेश
इस संबंध में गुरुवार शाम को हुई महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में निर्णय लिया गया। इस बैठक में तय किया गया कि उज्जैन वासियों को सप्ताह में एक दिन भस्म आरती में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए मंगलवार का दिन तय किया है। इसमें भक्तों की क्षमता 300 से 400 के बीच रखी जाएगी।
विशेष दिनों में ड्रेस कोड होगा अनिवार्य
गौरतलब है कि विशेष दिनों यानी जब आम श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश बंद होता है, तब ड्रेस कोड अनिवार्य रहता है। यानी गर्भगृह में प्रवेश करने वालों को धोती व सोला पहनना होता है। अब तक आम दिनों में सभी श्रद्धालुओं को सामान्य कपड़े पहनकर प्रवेश दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। गर्भगृह खुलने के बाद आम श्रद्धालुओं को भी धोती-सोला पहनने के बाद ही प्रवेश मिलेगा। वहीं, महिलाओं के लिए साड़ी पहनना अनिवार्य होगा।
करीब ढाई महीने से बंद गर्भगृह खोलने को लेकर होगी बैठक
वहीं अब करीब ढाई महीने से बंद गर्भगृह को खोलने को लेकर अगली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। इसके लिए अगले सप्ताह फिर बैठक होगी। हालांकि रोजाना करीब दो से ढाई लाख श्रद्धालु रोजाना मंदिर आ रहे हैं। सभी को गर्भगृह में प्रवेश देना संभव नहीं है।
सबसे बड़े अन्न क्षेत्र का उद्घाटन अगले सप्ताह
वहीं अगले हफ्ते महाकाल मंदिर में अन्न क्षेत्र का उद्घाटन किया जाएगा। दावा है कि यह पूरे भारत का सबसे बड़ा अन्न क्षेत्र होगा। इसमें दिन भर में एक लाख लोगों को खाना खिलाया जाएगा।