संतश्री श्री दीपकभाई रायपुर में…

0 22- 23 अगस्त को प्रश्नोत्तरी सत्संग और ज्ञानविधि

रायपुर। हर एक मनुष्य निरंतर सुख की खोज में है। दुःख किसी को पसंद ही नहीं है, जबकि इस खोज का अंत तब होता है जब शाश्वत सुख की प्राप्ति होती है| यह शाश्वत सुख हमें हमारे वास्तविक स्वरूप (आत्मा) की पहचान होने के पश्चात ही प्राप्त हो सकता है। शाश्वत सुख के इस मार्ग की खोज, ए.म.पटेल द्वारा हुई थी, जो दादा भगवान के नाम से जाने जाते हैं| उन्होंने यह बेजोड़ आध्यात्मिक विज्ञान विश्व के लिए खुल्ला किया, जो अक्रम विज्ञान के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
अक्रम विज्ञान ‘स्वयं के वास्तविक स्वरूप’ की प्राप्ति की नींव पर आधारित है। यह अद्भुत विज्ञान रोज ब रोज जीवन में उपस्थित होते हुए प्रश्नों के समाधान पाने के लिए व्यावहारिक चाबियाँ भी प्रदान करता है, जिससे जीवन में शांति और आनंद की प्राप्ति होती है| यहाँ ज्ञानी पुरुष की कृपा से, सिर्फ दो ही घंटों में, ‘ज्ञानविधि’ द्वारा स्वयं के वास्तविक स्वरूप आत्मा की पहचान संभव है।
इस कलियुग में आज लाखों लोग दादा भगवान के अलौकिक अक्रम विज्ञान द्वारा, जीवन जीने की सही समझ प्राप्त करके आनंद में रहते हुए, मोक्ष मार्ग पर प्रगति कर रहे हैं। दुनिया के सभी लोग यह ज्ञान प्राप्त करके दुःखों से मुक्त हों, यही भावना के साथ दादा भगवान द्वारा दीक्षित और आत्मज्ञानी पूज्य डॉ. नीरु माँ के सहाध्यायी आत्मज्ञानी संतश्री दीपकभाई विश्वभर में परिभ्रमण कर रहे हैं।

संतश्री दीपकभाई रायपुर पधार रहे हैं। उनके इस सत्संग प्रवास के अंतर्गत 22 अगस्त (मंगलवार) को शाम 4.30 से 7.30 बजे तक प्रश्नोत्तरी सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम के दूसरे दिन 23 अगस्त शाम 4.30 से 8 बजे आत्म साक्षात्कार पाने के लिए अद्भुत भेदज्ञान प्रयोग – ‘ज्ञानविधि’ का आयोजन किया गया है| दोनों ही कार्यक्रम साइंस कालेज परिसर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में होंगे।
उल्लेखनीय है कि इस प्रश्नोत्तरी सत्संग कार्यक्रम में व्यवहार, धर्म या आध्यात्म से संबंधित प्रश्नों का संतश्री दीपकभाई के पास से समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
यह कार्यक्रम निःशुल्क है और सभी धर्म/संप्रदाय के लोग इस का लाभ ले सकते हैं।

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