0 मोदी राज में रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म करके निजी हाथों में बेचने का षड्यंत्र
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों के अचानक रद्द करने का सिलसिला लगातार जारी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव बिलासपुर से सांसद है, प्रदेश की जनता ने केंद्र में चुनकर भेजा है लेकिन वे जनता के प्रति अपना धर्म निभाने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। देशभर में सबसे ज्यादा पीड़ित, प्रताड़ित और उपेक्षित बिलासपुर जोन के ही छत्तीसगढ़ के रेल यात्री हैं। विगत सवा 3 साल के भीतर छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 67 हज़ार से अधिक ट्रेनें निरस्त की गई लेकिन दलीय चटुकारिता में छत्तीसगढ़ से लोकसभा के लिए चुने गए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित 9-9 सांसद मौन रहे। छत्तीसगढ़ के लाखों रेल यात्रियों, छोटे कामगार, नौकरीपेशा, छात्र छात्राएं, स्टेशन के कुली और आटो चालकों की समस्या पर भाजपा नेता मुंह में दही जमाकर बैठे हैं। मोदी शाह के अधिनायकवाद के डर से कोई भी भाजपाई जनता के प्रति अपने कर्त्तव्य निभाने से भाग रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दर्जनों बार देश के प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनों के संचालन की व्यवस्था को दुरुस्त करने पत्र लिखा है लेकिन छत्तीसगढ़ के प्रति केंद्र की उपेक्षा, भेदभाव और अव्यवस्था यथावत जारी है। केंद्र की मोदी सरकार को देश भर में सबसे ज्यादा कमाई करके देने वाले बिलासपुर जोन, जिसके अंतर्गत पूरा छत्तीसगढ़ आता है वहीं के यात्रियों को सुविधा से वंचित और उपेक्षित रखा जा रहा है। भाजपाई बताए कि अचानक दर्जनों ट्रेनें निरस्त करके प्रताड़ित करने का कारण क्या है?
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प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि वर्षों से भारतीय रेल्वे आमजनता का भरोसेमंद, सस्ता और सुलभ परिवहन का पर्याय हुआ करता था जिसे मोदी राज में रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म करके निजी हाथों में बेचने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार बिलासपुर रेलवे जोन से ही 20 हजार से 22 हजार करोड रुपए प्रतिवर्ष केवल माल भाड़े से ही कामाती है लेकिन जब जब सुविधा देने की बात आती है तो मोदी सरकार में छत्तीसगढ़ को उपेक्षित रखा जाता है। कोरोना का बहाना करके पहले बुजुर्गों को मिलने वाली सब्सिडी खा गए, छात्र-छात्राओं के एमएसटी पर डकैती की, प्लेटफॉर्म टिकट की दरें बढ़ाएं, किराया बढाया, ट्रेनों के संचालन में लेट लतीफी भी सर्वविदित है और अब अचानक दर्जनों ट्रेनें रद्द की जा रही है।