0 केदार कश्यप ने कसा तंज कसा : गुटबाजी और अंतर्द्वंद्व से जूझ रही कांग्रेस अभी आवेदन ही जमा करने में लगी है और भाजपा ने अपने 21 प्रत्याशियों घोषणा भी कर दी
0 बलि का बकरा कौन बनेगा, यह तो तब पता चलेगा, जब कांग्रेस की शर्मनाक हार का ठीकरा फोड़ते हुए कांग्रेस अध्यक्ष बैज को ही बलि का बकरा बनाया जाएगा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी महामंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद कांग्रेस का खेमा जिस प्रकार प्रलाप कर रहा है, उससे यह आईने की तरह साफ हो गया है कि भाजपा के 21 योद्धाओं की प्रथम पंक्ति को देखकर पूरी कांग्रेस सदमे में चली गई है। श्री कश्यप ने कहा कि गुटबाजी और अंतर्द्वंद्व से जूझ रही कांग्रेस अभी टिकट के दावेदारों से आवेदन ही जमा करने में लगी है और भाजपा ने जनता के आशीर्वाद से अपने 21 प्रत्याशियों की पहली सूची भी जारी कर दी। हताश और निराश कांग्रेस के पास प्रलाप करने के अलावा अब और कोई काम नहीं बचा है।
श्री कश्यप ने कहा कि भाजपा की छाती भेदने के राजनीतिक अहंकार में आकंठ डूबी कांग्रेस अब लोकतंत्र और जनादेश का अपमान करने में लग गई है। कांग्रेस के लोगों को इस बात का जरा भी इल्म नहीं है कि जनता कांग्रेस सरकार से पूरी तरह त्रस्त हो गई है और बस अपने मताधिकार के प्रयोग की राह देख रही है ताकि प्रदेश की भ्रष्टाचार करने वाली, वादाखिलाफी करने वाली, युवाओं को साथ खुले तौर पर छल करने वाली, महिलाओं की सुरक्षा और उन्नति को पलीता लगाने वाली, गरीबों का हक मारने वाली, किसानों के आत्मसम्मान को लहूलुहान करके आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंके। श्री कश्यप ने कहा कि भाजपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त होने के खयाली पुलाव पकाती कांग्रेस को अपनी नियति का ही पता नहीं है। वैचारिक और राजनीतिक दरिद्रता से जूझती कांग्रेस अपनी खीझ छिपाने के लिए इस तरह के बयानों से अपना दिल बहला रही है।
श्री कश्यप ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज भाजपा सांसद विजय बघेल को बलि का बकरा बता रहे हैं, जबकि खुद तीन महीने के लिए अध्यक्ष बनकर अपनी राजनीतिक हैसियत से अनजान हैं। बलि का बकरा कौन बनेगा, यह तो सांसद बघेल और भाजपा की शानदार जीत के बाद साफ होगा। कांग्रेस की शर्मनाक हार का ठीकरा फोड़ते हुए कांग्रेस अध्यक्ष बैज को ही बलि का बकरा बनाया जाएगा। श्री कश्यप ने कहा कि अपनी इस राजनीतिक बलि के चलते चुनावी हार की जिम्मेदारी लेकर बैज को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा और बैज सबसे कम समय तक रहने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर जाने जाएंगे। श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में अभी अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। भाजपा में गुटबाजी की बात कहने से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज पहले अपना घर देखें जहाँ सत्ता के गलियारों से लेकर राजीव भवन तक हर कांग्रेसी आपस में गुत्थम-गुत्था हुए जा रहे हैं और किसी को किसी पर भरोसा नहीं है।